नई दिल्ली: भारतीय नौसेना की प्रतिष्ठित नौका तारिणी ने अपनी ऐतिहासिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण पड़ाव पूरा कर लिया है। नौका ने नौसेना की साहसी महिलाओं की अगुवाई में 'नाविका सागर परिक्रमा II' अभियान के तहत फ़्रेमैंटल, ऑस्ट्रेलिया में 09 नवंबर, 2024 को अपने पहले पोर्ट ऑफ कॉल पर सफलता पूर्वक दस्तक दी। यह यात्रा भारतीय समुद्री साहस और वैश्विक नाविक अभियान में महिलाओं के उल्लेखनीय योगदान का प्रतीक है।
तारिणी ने 39 दिनों की चुनौतीपूर्ण समुद्री यात्रा के दौरान अनगिनत समुद्री संघर्षों का सामना किया, जिसमें विशाल लहरों, तेज़ हवाओं और समुद्र की कठोर परिस्थितियों से निपटना भी शामिल था। स्थानीय समय के अनुसार लगभग 1430 बजे (भारतीय समय अनुसार 1700 बजे), फ़्रेमैंटल के तट पर पहुंचकर भारतीय तिरंगे का मान बढ़ाया।
भारतीय नौसेना की महत्वाकांक्षी पहल: नाविका सागर परिक्रमा II
इस ऐतिहासिक अभियान की शुरुआत 02 अक्टूबर, 2024 को गोवा में नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी द्वारा की गई थी, जिन्होंने तारिणी को हरी झंडी दिखाकर इस गौरवमयी यात्रा के लिए विदा किया। भारतीय नौसेना द्वारा किया गया यह दूसरा नाविका सागर परिक्रमा अभियान है, जिसमें भारतीय महिला नाविकों ने दुनिया भर की समुद्री चुनौतियों का सामना करते हुए अपने साहस और निपुणता का परिचय दिया।
तारिणी की यात्रा का महत्व
इस अभियान का उद्देश्य न केवल भारतीय नौसेना के साहस को प्रदर्शित करना है, बल्कि वैश्विक स्तर पर महिलाओं के योगदान को भी एक नई पहचान दिलाना है। तारिणी एक ऐसी नौका है, जो आधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस है और इसे समुद्र में उच्चतम दक्षता के साथ सुसज्जित किया गया है। भारतीय नौसेना की टीम ने अपनी योग्यता और सामर्थ्य का प्रदर्शन करते हुए सभी प्रकार की समुद्री चुनौतियों का सामना कर रही है। इस यात्रा का मकसद न केवल नेविगेशनल कौशल में सुधार करना है, बल्कि एक नया कीर्तिमान भी स्थापित करना है जो भारत की शक्ति और सामर्थ्य को दुनिया के सामने लाता है।
ऑस्ट्रेलियाई समुदाय का गर्मजोशी से स्वागत
फ़्रेमैंटल के तट पर पहुंचने के साथ ही भारतीय नौसेना की इस टीम का स्वागत ऑस्ट्रेलियाई समुदाय और भारतीय उच्चायोग द्वारा किया गया। उनके द्वारा भारतीय नौसेना के इस साहसिक कदम की सराहना की गई और यह यात्रा दोनों देशों के संबंधों में एक और महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में जानी जा रही है।
भविष्य की चुनौतियां और सफर
भारतीय नौसेना की नौका तारिणी अब आगे के सफर के लिए तैयार है। यह वैश्विक अभियान भारत की नारी शक्ति और देश के समुद्री इतिहास का हिस्सा बनकर नई ऊंचाइयों को छूने के लिए बढ़ रहा है।