Lakhimpur | रामजी पांडे |की रावण की तारीफ वाली पोस्ट बनी चर्चा का विषय

लखीमपुर सदर: दशहरा के मौके पर जहाँ पूरे देश में भगवान श्रीराम की विजय और रावण के पतन का उत्सव मनाया जा रहा था, वहीं लखीमपुर जिले के चर्चित नेता रामजी पांडे ने सोशल मीडिया पर कुछ अलग ही सुर छेड़ा। रामजी पांडे ने रावण की तारीफ में एक फेसबुक पोस्ट की, जिसमें उन्होंने रावण के विद्वान होने, उसके ज्ञान और उसकी शक्ति की सराहना की। उनकी इस पोस्ट ने जिले में तुरंत ही हलचल मचा दी, खासकर ब्राह्मण समाज में।

पोस्ट के बाद फेसबुक पर समर्थन की बाढ़

रामजी पांडे की पोस्ट ने फेसबुक पर एक नई बहस शुरू कर दी। हालाँकि कई लोग इसे विवादित मान रहे थे, लेकिन ब्राह्मण समाज ने रामजी पांडे की सोच का समर्थन किया और उनकी तारीफ में फेसबुक पर पोस्ट करने लगे। पांडे के समर्थकों ने उनकी सोच को 'साहसिक' और 'विचारशील' बताते हुए उन्हें ब्राह्मण समाज का 'सच्चा नेता' करार दिया। 

रामजी पांडे की इस साहसिक पहल ने उन्हें एक दिन में ही ब्राह्मण समाज के बीच एक बड़ा नेता बना दिया। ब्राह्मण समाज ने उनकी पोस्ट को सिर्फ समर्थन ही नहीं दिया, बल्कि उसे एक 'सच्चाई का आईना' बताया। समाज के कई प्रमुख लोगों ने भी फेसबुक पर अपने विचार साझा किए, जिसमें उन्होंने पांडे की तार्किक सोच और उनके नेतृत्व की प्रशंसा की।

रामजी पांडे ने अपनी पोस्ट में लिखा था, "रावण जैसा विद्वान, नीति-निपुण और शक्तिशाली व्यक्ति, जिसने वेदों और शास्त्रों का गहन अध्ययन किया, उसके गुणों को नज़रअंदाज करना अनुचित है। हम सभी को उसकी गलतियों से सीखने के साथ-साथ उसके गुणों की सराहना भी करनी चाहिए।"

राजनीतिक समीकरणों में आया बड़ा बदलाव

रामजी पांडे की इस पोस्ट के बाद से राजनीतिक समीकरण भी बदलते नजर आ रहे हैं। ब्राह्मण समाज के एक बड़े वर्ग ने उन्हें अपना नेता मान लिया है और आगामी चुनावों में उनके समर्थन का वादा भी किया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस एक पोस्ट ने पांडे को ब्राह्मण समाज में एक मजबूत स्थान दिला दिया है, जो आने वाले समय में उन्हें और बड़े राजनीतिक मंच पर ले जा सकता है।

रामजी पांडे की यह पोस्ट केवल सोशल मीडिया पर एक चर्चा का विषय नहीं बनी, बल्कि ब्राह्मण समाज में उन्हें एक नई पहचान दिलाई है। दशहरा के दिन जहाँ रावण के अंत की बातें हो रही थीं, वहीं पांडे की यह सोच समाज में एक नया दृष्टिकोण लेकर आई। अब देखना यह है कि इस समर्थन का असर आने वाले चुनावों और उनके राजनीतिक करियर पर कितना गहरा होता है।

अभी के लिए, यह कहना गलत नहीं होगा कि रामजी पांडे जिले के ब्राह्मण समाज के एक बड़े नेता बनकर उभरे हैं।