खंभारखेड़ा (लखीमपुर): बजाज हिन्दुस्थान शुगर लिमिटेड की खंभारखेड़ा चीनी मिल में मानसून गन्ना बुआई का शुभारंभ पूजा-पाठ के साथ किया गया। ग्राम पनगी खुर्द के कृषक राधेश्याम, पुत्र भल्लू, ने इस अवसर पर अगेती गन्ना प्रजाति को.लख. 16202 और को.शा. 17231 की बुआई ट्रेंच विधि (4 फीट की दूरी पर) के साथ की। भूमि शोधन के लिए ट्राईकोडर्मा और बीज शोधन के लिए थायोफिनिट मिथाइल का प्रयोग किया गया।
इस मौके पर ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक सुरेश कुमार चौधरी, चीनी मिल के महाप्रबंधक (गन्ना) पुष्पेन्द्र ढाका, उप महाप्रबंधक (गन्ना) वीरेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, कर्मचारी, और सैकड़ों किसान उपस्थित रहे।
चीनी मिल के उपाध्यक्ष अवधेश गुप्ता ने किसानों के साथ अपना संदेश साझा करते हुए पीली पत्ती गन्ना प्रजाति को०15023 में जड़ बेधक कीट से बचाव के उपाय सुझाए। उन्होंने बताया कि 300 मि.ली. इमिडाक्लोप्रिड को 600 लीटर पानी में मिलाकर या 1 लीटर क्लोरोपाइरीफॉस 50 ई.सी. को 700 लीटर पानी में मिलाकर जड़ों के पास ड्रेंचिंग करें, जिससे जड़ बेधक कीट का प्रभाव समाप्त हो जाएगा।
ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक ने किसानों को ट्रेंच विधि से शरदकालीन गन्ना बुआई के फायदों और अधिक उपज की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस विधि से बुआई करने पर 4 फीट की न्यूनतम दूरी अवश्य रखें, जिससे उत्पादन में वृद्धि हो सके।
यह पहल क्षेत्र के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें आधुनिक तकनीकों के माध्यम से अधिक उपज प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।