वामन द्वादशी: श्रद्धा, भक्ति और उल्लास से मनाया गया पर्व


रामजी पांडे 
लखीमपुर, 15 सितंबर: भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष द्वादशी को वामन द्वादशी का पावन पर्व पूरे श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाया गया। स्थानीय गुड़मंडी स्थित श्री हनुमान मंदिर में भगवान विष्णु के वामन अवतार के प्राकट्य उत्सव का आयोजन किया गया। मध्यान्ह बारह बजे से शुरू हुए इस धार्मिक आयोजन में प्रभु वामन का विशेष श्रंगार, पूजन-कीर्तन और आरती संपन्न कराई गई। इसके बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया।

धार्मिक अनुष्ठान का विधिवत आयोजन

कार्यक्रम का नेतृत्व वरिष्ठ समाजसेवी रमाकांत गुप्ता ने किया, जिसमें पंडित श्री नारायण शास्त्री और मंदिर के पुजारी ने विधिवत रूप से वामन प्रकटोत्सव के सभी अनुष्ठानों को संपन्न कराया। भगवान वामन का श्रंगार कर भव्य पूजन और कीर्तन का आयोजन किया गया, जहां सैकड़ों की संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया। आरती के बाद भगवान के भोग का प्रसाद वितरण किया गया, जिसे ग्रहण कर श्रद्धालु भक्तिमय माहौल में डूब गए।

गणमान्य लोगों की उपस्थिति

इस पावन अवसर पर शहर के कई प्रतिष्ठित लोग भी उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से रमाकांत गुप्ता, डॉ. इरा श्रीवास्तव, अजय गुप्ता, राम मोहन गुप्त, दिनेश कुमार सर्राफ, पवन शर्मा, राजू अग्रवाल, प्रमोद गुप्ता, शरद गुप्ता, पिंटू बाथम, राम कृष्ण पुरी गांधी, मनीष गुप्ता, श्वेता शर्मा, लखन गुप्ता, राम प्रकाश गुप्ता, मुकेश गुप्ता, राजेश गुप्ता, आशुतोष गुप्ता, राम गोपाल गुप्ता, सौरभ गुप्ता सोमू, दिव्यांशी गुप्ता, साधना गुप्ता, सरोजिनी अवस्थी, नीरज बाजपेई, सरोज तिवारी आदि शामिल थे।

धर्म की विजय और अहंकार पर नम्रता की महत्ता

वामन द्वादशी का यह पावन पर्व भगवान विष्णु के वामन अवतार के प्रकट दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो अधर्म पर धर्म की विजय और अहंकार पर नम्रता की महत्ता को दर्शाता है। इस दिन का धार्मिक महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसे दान-पुण्य और जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए विशेष माना गया है। श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर बड़ी संख्या में दान-पुण्य कर भगवान से आशीर्वाद प्राप्त किया।

इस पर्व की धार्मिकता और सामाजिक महत्व को ध्यान में रखते हुए शहर के लोग बड़े उत्साह से वामन द्वादशी को मनाते हैं, जो आने वाले समय में भी श्रद्धा और भक्ति से भरा रहेगा।