नई दिल्ली:अपनी तरह का पहला, ट्राई-सर्विस फ्यूचर वारफेयर कोर्स 23 से 27 सितंबर 2024 तक नई दिल्ली में हेडक्वार्टर इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ के तत्वावधान में आयोजित किया जाना है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान की एक अग्रणी पहल है और यह मेजर जनरल से लेकर मेजर एवं अन्य सेवाओं के उनके समकक्ष स्तर के अधिकारियों के लिए बहु-उपयोगी पाठ्यक्रम होगा।
इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य अधिकारियों को आधुनिक युद्ध के परिचालन और तकनीकी पहलुओं से परिचित कराना है। पाठ्यक्रम भविष्य के युद्ध से संबंधित प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेगा ताकि भविष्य के युद्ध किस तरह से संपर्क, संपर्क रहित, गतिज, गैर-गतिज, मनोवैज्ञानिक या सूचनात्मक के रूप में प्रकट होंगे और साथ ही वे क्षेत्र जहां ऐसे युद्ध लड़े जाएंगे, चाहे वह साइबर, अंतरिक्ष या विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम हो। यह इस बात पर भी प्रकाश डालेगा कि आर्टिफिशियल लर्निंग, मशीन लर्निंग, रोबोटिक्स और हाइपरसोनिक्स जैसी उभरती और विघटनकारी प्रौद्योगिकियां युद्ध के संचालन को किस प्रकार प्रभावित करेंगी।
तीनों सेनाओं के अधिकारियों के लिए भविष्य के युद्ध पाठ्यक्रम की आवश्यकता आधुनिक युद्ध की तेजी से विकसित होती प्रकृति से उत्पन्न हुई है, जो तकनीकी प्रगति, बदलती वैश्विक गतिशीलता और उभरते खतरों से प्रेरित है। अधिकारियों को इस जटिल परिदृश्य को नेविगेट करने, नई तकनीकों का लाभ उठाने और अभिनव रणनीति को अपनाने के लिए सुसज्जित होना चाहिए। यह पाठ्यक्रम एकजुटता को बढ़ावा देगा, और एक सुसंगत, भविष्योन्मुखी एवं तकनीक-प्रेमी बल के विकास की सुविधा प्रदान करेगा, जो तेजी से अनिश्चित और प्रतिस्पर्धी माहौल में राष्ट्रीय हितों को सुरक्षित करने में सक्षम होगा।
इस पाठ्यक्रम को अनुभवी और सेवारत विषय विशेषज्ञों की मदद से हेडक्वार्टर इंटीग्रेटेड डिफेंस स्टाफ द्वारा तैयार किया गया है। इस कोर्स के पाठ्यक्रम पर आधारित आगे के कोर्स बनाए जाएंगे और भारतीय सशस्त्र बलों को "भविष्य के लिए तैयार" करने के बड़े उद्देश्य के साथ लंबी अवधि के होंगे।