रामजी पांडे
लखीमपुर खीरी: जिला चिकित्सालय/मेडिकल कॉलेज में पहली बार सफल स्किन ग्राफ्टिंग सर्जरी की गई है। यह सर्जरी सीएमएस डॉ. आरके कोली और उनकी टीम के नेतृत्व में की गई। सर्जरी के बाद मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुका है और उसे बुधवार को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।
डॉ. आरके कोली ने बताया कि स्किन ग्राफ्टिंग एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें शरीर के एक हिस्से से स्वस्थ त्वचा को निकालकर क्षतिग्रस्त त्वचा के स्थान पर प्रत्यारोपित किया जाता है। इस प्रकार की सर्जरी के लिए अब तक मरीजों को लखनऊ के हायर सेंटर जाना पड़ता था, लेकिन अब यह सुविधा लखीमपुर खीरी में उपलब्ध हो गई है।
इस सर्जरी में डॉ. आरके कोली के साथ सर्जन डॉ. उत्सव गौड़, डॉ. आलोक मौर्य, और निश्चेतक डॉ. एसके मिश्रा और डॉ. जयराम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मरीज मौनी मिश्रा, जो सीतापुर के निवासी हैं, उनके पैर में जलने के कारण स्किन ग्राफ्टिंग की आवश्यकता पड़ी। यह सर्जरी 20 जुलाई 2024 को की गई थी और सर्जरी के बाद 12 दिनों तक मरीज को डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया। 31 जुलाई को मरीज को पूरी तरह स्वस्थ घोषित कर डिस्चार्ज कर दिया गया।
डॉ. कोली ने बताया कि स्किन ग्राफ्टिंग सर्जरी त्वचा के नुकसान को ठीक करने के लिए की जाती है, जो जलने, चोट लगने, बीमारी या संक्रमण के कारण हो सकता है। विशेषज्ञ त्वचा कैंसर को हटाने के बाद भी इस प्रकार की सर्जरी की सलाह देते हैं।
इस सफलता के बाद, लखीमपुर खीरी में इस प्रकार की जटिल सर्जरी की सुविधाएं उपलब्ध हो गई हैं, जिससे यहां के लोगों को अब लखनऊ जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह अस्पताल और चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।