लखीमपुर खीरी, 03 अगस्त। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वावधान में जिले की अतिसंवेदनशील, संवेदनशील तहसीलों के बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों और परिवारों को राहत सहायता देने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट में झोपड़ी, मकान क्षति, अहेतुक सहायता, कृषि निवेश अनुदान वितरण का भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों ने अफसरों संग प्रभावित किसानों को राहत सहायता एवं कृषि निवेश अनुदान का प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया।
जनप्रतिनिधियों ने किया चेक वितरण
आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों में बीजेपी के प्रदेश महामंत्री/एमएलसी अनूप गुप्ता, विधायक योगेश वर्मा, मंजू त्यागी, अमन गिरी, विनोद शंकर अवस्थी, डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल और एसडीएम अश्विनी सिंह ने संयुक्त रूप से अहेतुक सहायता, गृह अनुदान, कृषि निवेश की डेमो चेक का वितरण किया।
डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल का संबोधन
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय में वृद्धि के साथ ही किसी आपदा में होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए भी प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि बाढ़-कटान प्रभावित जिले के 71578 लोगों के खातों में ₹47.91 करोड़ की सहायता राशि भेजी गई है। इसके अलावा भी अन्य प्रभावित पात्र लोगों को सहायता राशि भेजी जा रही है।
राहत और मुआवजे की विस्तृत जानकारी
डीएम ने बताया कि जिले में बाढ़ की वजह से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 70886 किसानों को ₹47.25 करोड़ की कृषि निवेश अनुदान भेजा गया है। लखीमपुर और गोला तहसील के 18 लाभार्थियों को पक्का पूर्ण मकान के लिए ₹21.60 लाख की गृह अनुदान, 10 लाभार्थियों को आंशिक पक्का मकान के लिए ₹65 हजार का गृह अनुदान, 188 लाभार्थियों को आंशिक कच्चा मकान के लिए ₹10.28 लाख का गृह अनुदान, 347 लाभार्थियों को झोपड़ी के लिए ₹27.76 लाख और 36 लाभार्थियों को पशुबाड़ा के लिए ₹1.09 लाख का अनुदान भेजा गया है। बर्तन और कपड़ा नष्ट होने की दशा में 93 लाभार्थियों को ₹4.65 लाख की धनराशि देकर मदद की गई है। बाढ़ की विभीषिका के दौरान जिले की पांचों प्रभावित तहसीलों के सभी प्रभावित गांवों में 4,49,266 लाभार्थियों को लंच पैकेट भी वितरित किए गए।
एसडीएम अश्वनी कुमार सिंह का वक्तव्य
एसडीएम अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि जुलाई के पहले सप्ताह में लगातार तीन दिन बारिश के बाद जिले में बाढ़ आ गई थी। बाढ़ का पानी कम होने के बाद प्रशासन ने बाढ़ से खराब हुई फसलों का सर्वे शुरू किया था। सर्वे पूरा होने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। शासन से फसल मुआवजे के लिए धनराशि आने के बाद इसे किसानों के खातों में भेजा गया है, जिसे आज जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रतीकात्मक चेक के रूप में प्रदान किया गया।
कार्यक्रम का समापन
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनप्रतिनिधियों और लाभार्थियों के प्रति आभार ज्ञापित किया गया। इस दौरान ब्लॉक प्रमुख नकहा, बिजुआ, भाजपा नेता उमा शंकर मिश्र, बीजेपी के जिला मंत्री उमेश शुक्ला, तहसीलदार सुशील प्रताप सिंह, सुखबीर सिंह, भीमसेन, आदित्य विशाल सहित बड़ी संख्या में लाभार्थी मौजूद रहे।
सरकारी सहायता एक नजर
प्रकार लाभार्थी धनराशि
पक्का पूर्ण 18 ₹21.60 लाख
आंशिक पक्का 10 ₹65 हजार
आंशिक कच्चा 188 ₹10.28 लाख
झोपड़ी 347 ₹27.76 लाख
पशुबाड़ा 36 ₹1.09 लाख
बर्तन कपड़ा 93 ₹4.65 लाख
इस प्रकार, जिले में बाढ़ प्रभावित लोगों को सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है, ताकि उन्हें इस आपदा से उबरने में मदद मिल सके।