06 जुलाई, नकहा। ग्रीन लखीमपुर खीरी के अभियान के तहत गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ लखीमपुर खीरी द्वारा विश्व योग दिवस, 21 जून से आरंभ किए गए तरुपुत्र महायज्ञ के अंतर्गत चलाए जा रहे वृक्षगंगा अभियान के मानसून सत्र में तीसरा पौधरोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस बार यह आयोजन नकहा ब्लॉक स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर परिसर में किया गया।
देववृक्ष और विलुप्त हो रहे पौधों का संरक्षण
वृक्षगंगा अभियान के तहत इस कार्यक्रम में देववृक्ष पीपल और बरगद, और विलुप्त हो रहे फलदार पेड़ जैसे बड़हल, इमली, कैथा और बेल सहित शोभाकर पौधे सावनी और गुलमोहर के कुल 17 पौधे रोपे गए। पौधों की सुरक्षा के लिए उन्हें बांस के ट्री गार्ड बनाकर सुरक्षित किया गया।
चार दिन चला पौधारोपण अभियान
चार दिन चले इस वृक्षगंगा अभियान के समापन दिवस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नकहा के चिकित्सा अधीक्षक और पर्यावरण कार्यकर्ता डॉ. रामू वर्मा ने पहुंचकर पौधारोपण का मुआयना किया और देववृक्ष बरगद सहित अन्य पौधों का रोपण किया। कई पौधों की सुरक्षा उन्होंने स्वयं श्रमदान करके की। उन्होंने परिसर में अपने पशुओं को चराने और बांधने आ रहे ग्रामवासियों से भी पौधों की सुरक्षा करने की अपील की।
सीमित संसाधनों में बड़ा कार्य
रामजी पांडे ने कहा इस अभियान में युवा प्रकोष्ठ कार्यकर्ताओं ने सीमित संसाधनों और खराब सड़कों के बावजूद जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर गौढ़ी मझरा ग्राम में चार दिन अनवरत कार्य किया। इस दौरान आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) संगीता कुमारी, अरुण कनौजिया और अवैतनिक कर्मचारी रामकुमार (लुक्का) आदि सक्रिय रूप से जुड़े रहे।
गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ के इस पहल से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इस प्रकार के अभियान न केवल पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आवश्यक हैं बल्कि समाज में जागरूकता और सामूहिक प्रयासों को भी प्रोत्साहित करते हैं।