Lakhimpur:विधानसभा चुनाव में करोड़ों खर्च करने वाला उम्मीदवार जनता की सेवा करेगा या ?


लखीमपुर खीरी : लखीमपुर के तेज तर्रार युवा नेता के हालिया भाषण ने एक नई बहस छेड़ दी है इसके बाद आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव में एक महत्वपूर्ण सवाल यह बन गया है कि जो उम्मीदवार करोड़ों रुपये खर्च कर चुनाव लड़ेगा, वह जीतने के बाद जनता की सेवा करेगा या अपने खर्च किए गए पैसे वसूलेगा। इस मुद्दे पर संभावित स्वतंत्र उम्मीदवार रामजी पांडे ने अपनी चिंताएँ व्यक्त की हैं।

रामजी पांडे ने इस विषय पर अपनी गहरी चिंता जताई है उन्होंने कहा कि मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था में पैसे का प्रभाव अत्यधिक बढ़ गया है। उनका मानना है कि चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च करने वाले उम्मीदवार का प्रमुख उद्देश्य अपने निवेश की वसूली होता है, जिससे जनता की सेवा और कल्याण पीछे छूट जाता है।

उन्होंने कहा, "जब एक उम्मीदवार करोड़ों रुपये खर्च करता है, तो वह केवल अपने व्यक्तिगत लाभ और स्वार्थ की पूर्ति के लिए चुनाव में उतरता है। चुनाव जीतने के बाद उसकी प्राथमिकता जनता की सेवा नहीं होती, बल्कि अपने खर्च किए गए पैसे की भरपाई करना होता है। उन्होंने कहा कि मैं जनता के पैसों से चुनाव लड़ूंगा और चुनाव जीतने के बाद सिर्फ जनता की ही सेवा करूंगा।
 उनका कहना है कि एक सच्चा जनसेवक वही होता है जो बिना किसी स्वार्थ के, निस्वार्थ भाव से जनता की सेवा करता है।

उन्होंने यह भी कहा कि, "एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में मेरी प्रतिबद्धता केवल और केवल जनता की सेवा के लिए है। मेरा उद्देश्य किसी प्रकार का लाभ कमाना नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं का समाधान करना है। मैं वादा करता हूँ कि मैं जनता की हर संभव सहायता करूँगा और उनके अधिकारों के लिए लड़ूँगा।"

रामजी पांडे ने यह भी कहा कि अब समय आ गया है जब जनता को अपने वोट का सही उपयोग करना चाहिए और ऐसे उम्मीदवारों को चुनना चाहिए जो वास्तव में उनकी सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे आने वाले चुनावों में सोच-समझ कर अपने मताधिकार का प्रयोग करें और ऐसे उम्मीदवारों को चुनें जो ईमानदार, निस्वार्थ भाव रखने वाला और जनसेवा के प्रति प्रतिबद्ध हों।

रामजी पांडे का यह बयान उन सभी नेताओं के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है जो चुनाव में केवल पैसे और प्रभाव का उपयोग कर जीत हासिल करना चाहते हैं। उनका मानना है कि अगर जनता सही निर्णय लेती है, तो एक बेहतर और न्यायसंगत समाज का निर्माण संभव है।