मैं नेता नहीं आप का बेटा हूँ और बेटा बनकर ही सेवा करना चाहता हूं -रामजी पांडे

लखीमपुर सदर , 11 जुलाई 2024: लखीमपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी रामजी पांडे ने एक जनसभा में अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहा, "मैं नेता नहीं, आप का बेटा हूँ और बेटा बनकर ही आपकी सेवा करना चाहता हूं" इसलिए जरूरत पड़ने पर आप सब हमें रात को 12:00 बजे भी बुला सकते हैं मैं आपकी मदद के लिए तैयार खड़ा मिलूंगा।

बताते चले कि रामजी पांडे, लखीमपुर की राजनीति में अपनी सादगी और ईमानदारी के लिए जाने जाते हैं, उनका मिलनसार रवैया हमेशा ही लखीमपुर की गलियों में सुर्खियां बटोरता रहा है उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य राजनीति में प्रवेश करके केवल सत्ता हासिल करना नहीं है, बल्कि वे अपने क्षेत्र की जनता की सेवा करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "मेरा सपना है कि हर एक व्यक्ति को न्याय मिले, हर घर में खुशहाली आए और हमारा समाज विकास की नई ऊँचाइयों को छू सके।"

उन्होंने यह भी कहा कि वे हमेशा से ही अपने क्षेत्र के लोगों के साथ खड़े रहे हैं और उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की है। उन्होंने अपने क्षेत्र में कई सामाजिक कार्यों को भी अंजाम दिया है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में विशेष योगदान शामिल है।

रामजी पांडे ने कहा, "मेरे लिए आप सब लोग मेरे परिवार की तरह हैं। मैं चाहता हूँ कि हमारा क्षेत्र विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़े और हम सब मिलकर एक नया इतिहास रचें।" उन्होंने जनता से अपील की कि वे उन्हें अपना आशीर्वाद दें और 2027 के आगामी विधानभा  चुनाव में उन्हें समर्थन दें ताकि वे आप की उम्मीदों पर खरा उतर सकें।

रामजी पांडे के इस भावुक और प्रेरणादायक व्यक्तब्य ने लखीमपुर के निवासियों के दिलों को छू लिया। लोगों ने उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक सच्चे और ईमानदार नेता हैं, जिन पर विश्वास किया जा सकता है।

लखीमपुर सदर विधानसभा क्षेत्र के लोगों में खासकर फेसबुक पर रामजी पांडे की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। उनकी सादगी, समर्पण और निष्ठा ने उन्हें जनता के दिलों में विशेष स्थान दिलाया है। 

रामजी पांडे का यह कथन, "मैं नेता नहीं, आप का बेटा हूँ," न केवल उनकी सादगी और ईमानदारी को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि वे राजनीति में सेवा के उद्देश्य से आए हैं, न कि केवल सत्ता पाने के लिए। जनता की इस प्रकार की भावनाओं और विश्वास ने उन्हें चुनावी मैदान में एक मजबूत दावेदार बना दिया है।