लखीमपुर, 2 जुलाई 2024 – लखीमपुर विधानसभा 2027 के आगामी चुनाव में संभावित स्वतंत्र उम्मीदवार रामजी पांडे ने हाल ही में दिए एक बयान में सभी धर्मों और उनकी आस्था का सम्मान करने की आवश्यकता पर जोर दिया है उन्होंने कहा कि हमारे देश की विविधता हमारी सबसे बड़ी ताकत है और हमें इसे संजोकर रखना चाहिए।
रामजी पांडे ने म्हेवागंज में हुई एक नुक्कड़ सभा में अपने संबोधन में कहा, "भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और परंपराओं का संगम होता है। यहां हर व्यक्ति को अपनी आस्था और विश्वास के अनुसार जीने की आजादी है। हमें इस स्वतंत्रता का सम्मान करना चाहिए और एक दूसरे की धार्मिक भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "धर्म एक व्यक्तिगत विषय है और हमें इसे व्यक्तिगत रूप से ही मानना चाहिए। किसी भी धर्म का अपमान करना या उसकी आलोचना करना एक असंवेदनशील और असहिष्णु व्यवहार है। हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और उनके अनुयायियों के साथ सहिष्णुता और प्रेम से पेश आना चाहिए।"
रामजी पांडे का मानना है कि धार्मिक सहिष्णुता और सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा, "शिक्षा हमें एक दूसरे की विविधता को समझने और स्वीकार करने में मदद करती है। हमें अपने बच्चों को सभी धर्मों के बारे में जानकारी देनी चाहिए ताकि वे उनके मूल्यों और परंपराओं का सम्मान कर सकें।"
पांडे ने पिछले 10 वर्षो के दौरान विभिन्न समुदायों के लोगों से मुलाकात की और उनके मुद्दों को समझने की कोशिश की। उन्होंने कहा, "मैंने महसूस किया कि सभी धर्मों के लोग एक ही चीज़ चाहते हैं – शांति, सुरक्षा और सम्मान। हमें इन मूल्यों को बनाए रखने के लिए मिलकर काम करना होगा।"
आगे बढ़ते हुए, रामजी पांडे ने यह भी आश्वासन दिया कि अगर वे चुनाव जीतते हैं, तो वे सभी धर्मों के लोगों के लिए समान अवसर और न्याय सुनिश्चित करेंगे। उनका उद्देश्य एक ऐसा समाज बनाना है जहां हर व्यक्ति को उसकी धार्मिक आस्था के आधार पर समान सम्मान और अवसर मिले।
इस प्रकार, रामजी पांडे का संदेश सभी के लिए स्पष्ट है: "धर्म चाहे कोई भी हो, आस्था चाहे किसी में भी हो, हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए और एक साथ मिलकर एक समृद्ध और सुखी समाज का निर्माण करना चाहिए।"