लखीमपुर खीरी30 जुलाई 2024 जिले के जिला चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के कार्यालय के बाहर शुरू हुई पेय जल व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो चुकी है। हालात ये हैं कि नल से एक बूंद पानी भी नहीं आ रहा है। यह स्थिति न केवल आम नागरिकों के लिए बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी चिंताजनक है।
लखीमपुर के पत्रकारों ने कई बार जिला चिकित्सा अधिकारी से इस अव्यवस्था के बारे में बात करने की कोशिश की, लेकिन उनका जवाब था, "हम मीडिया रिपोर्ट्स का संज्ञान नहीं लेते।" यह बयान तब और भी हैरान करने वाला था जब हमने पाया कि पूर्व सीएमओ और खुद स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक मीडिया रिपोर्ट्स और वीडियो का तुरंत संज्ञान लेते थे।
हाल ही में जब एक पत्रकार ने सीएमओ संतोष गुप्ता से बात की, तो उनके एक कर्मचारी ने उसका फोन छीनने की कोशिश की और धक्का-मुक्की करने लगा। उक्त व्यक्ति की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
इस विषय पर स्वतंत्र नेता रामजी पांडे ने कहा अब यह सवाल उठता है कि जब इतनी भीषण गर्मी में जिला अस्पताल के मुख्यालय कार्यालय में ही पेय जल की व्यवस्था नहीं है, तो सीएचसी (कम्युनिटी हेल्थ सेंटर) और पीएचसी (प्राइमरी हेल्थ सेंटर) की स्थिति क्या होगी? इन सवालों के जवाब में जिला चिकित्सा अधिकारी से कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
रामजी पांडे ने कहा पत्रकारों का काम जनता की समस्याओं को उजागर करना है, और इस घटना से स्पष्ट होता है कि वे किस तरह की मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। हम सभी को मिलकर इस तरह की घटनाओं की निंदा करनी चाहिए और पत्रकारों के समर्थन में खड़े होना चाहिए।
यह स्पष्ट है कि इस तरह की अनदेखी और असंवेदनशीलता से आम जनता का स्वास्थ्य और सुरक्षा दोनों खतरे में हैं। मैं, रामजी पांडे, आग्रह करता हूँ कि संबंधित अधिकारी तुरंत इस मामले का संज्ञान लें और आवश्यक कदम उठाएं ताकि पेय जल की व्यवस्था को पुनः सुचारु किया जा सके।
इस प्रकार की अव्यवस्था और लापरवाही को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।