IIACऔर BIS के बीच ऐतिहासिक साझेदारी: मानकीकरण में नए युग की शुरुआत

बेंगलुरु- भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) और भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने मानकीकरण को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस पहल का उद्देश्य ‘बीआईएस मानकीकरण चेयर प्रोफेसर’ की स्थापना करना है, जिससे भारत में मानकीकरण के क्षेत्र में शैक्षणिक और शोधात्मक प्रगति को एक नई दिशा दी जा सके।

बीआईएस महानिदेशक श्री प्रमोद कुमार तिवारी और आईआईएससी निदेशक प्रो. गोविंदन रंगराजन ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह सहयोग न केवल मानकीकरण में भारतीय मानकों को बढ़ावा देगा, बल्कि शैक्षिक पाठ्यक्रम का अभिन्न हिस्सा बनाकर भविष्य के पेशेवरों को भी प्रशिक्षित करेगा।

समझौते की मुख्य विशेषताएं:

मानकीकरण पाठ्यक्रम का एकीकरण: शैक्षणिक कार्यक्रमों में मानकीकरण विषयों को शामिल कर भावी पेशेवरों को इसके महत्व और उपयोगिता के बारे में शिक्षित करना।
मानकीकरण गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी: बीआईएस की तकनीकी समितियों के साथ भागीदारी कर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण प्रयासों में शिक्षाविदों की सहभागिता बढ़ाना।
अनुसंधान एवं विकास के लिए बुनियादी ढांचे से जुड़ी सहायता: मानकीकरण और उत्पाद के गुणों के अनुरूप होने से संबंधित अनुसंधान परियोजनाओं के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा प्रदान करना।
कार्यक्रमों की सह-आयोजन: सेमिनार, सम्मेलन, कार्यशालाएं, संगोष्ठियां और व्याख्यान आयोजित कर मानकीकरण में ज्ञान साझा करना।
उत्कृष्टता केन्‍द्रों की खोज: मानकीकरण, परीक्षण और उत्पाद के गुणों के अनुरूप होने के लिए उत्कृष्टता केन्‍द्रों की स्थापना की संभावना का अन्वेषण करना।
प्रयोगशाला सुविधाएं: अनुसंधान और परीक्षण पहलों का समर्थन करने के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशाला सुविधाओं का उपयोग करना।
श्री प्रमोद कुमार तिवारी ने इस अवसर पर कहा, "आईआईएससी और बीआईएस के बीच समझौता ज्ञापन अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं को सुविधाजनक बनाने, मानकीकरण प्रक्रिया में युवा प्रतिभाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने और संयुक्त रूप से शैक्षिक और व्यावसायिक कार्यक्रमों के आयोजन के माध्यम से मानक निर्माण गतिविधियों को महत्वपूर्ण रूप से मजबूत और उन्नत करेगा।"

प्रो. गोविंदन रंगराजन ने इस पहल के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा, "आईआईएससी शिक्षा और अनुसंधान के माध्यम से मानकीकरण के क्षेत्र को आगे बढ़ाने के लिए बीआईएस के साथ सक्रिय रूप से सहयोग करेगा।"

आईआईएससी के साथ यह समझौता भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रमुख संस्थानों के साथ किए गए सहयोग प्रयासों का हिस्सा है। इससे पहले आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईटी मद्रास, एनआईटी राउरकेला और एनआईटी त्रिची जैसे संस्थानों के साथ भी इसी तरह के समझौते किए जा चुके हैं।

इस साझेदारी से मानकीकरण और उत्पाद के गुणों के अनुरूप होने के कारण महत्वपूर्ण प्रगति होने की उम्मीद है, जो अंततः भारत में सुरक्षित, अधिक विश्वसनीय उत्पादों और सेवाओं के विकास में योगदान देगा।

बीआईएस मानकीकरण चेयर प्रोफेसर और बीआईएस एवं आईआईएससी के बीच सहयोगात्मक प्रयासों के बारे में अधिक जानकारी बीआईएस की वेबसाइट www.bis.gov.in पर उपलब्ध है।