कारगिल विजय दिवस सैनिकों के साहस और शौर्य की मिसाल Ramji Pandey

लखीमपुर खीरी- कारगिल विजय दिवस पर स्थानीय स्वतंत्र नेता रामजी पांडे ने कहा कि यह दिवस मनाना हमारे लिए गर्व का विषय है। 1999 में आज ही के दिन भारतीय सेना ने कठिन परिस्थितियों में कारगिल की दुर्गम चोटियों पर विजय प्राप्त की थी। यह दिन उन वीर सपूतों को समर्पित है जिन्होंने 26 जुलाई 1999 को पाकिस्तानी सेना को खदेड़ कर विजय पताका फहरायी थी।

रामजी पांडे ने कहा, "कारगिल युद्ध भारतीय सैनिकों की अदम्य साहस, शौर्य और बलिदान की मिसाल है। हमारे वीर जवानों ने अपने प्राणों की आहुति देकर हमारी सीमाओं की रक्षा की और देश की अखंडता को बरकरार रखा। इस ऐतिहासिक विजय को याद करते हुए हम सभी भारतीयों का कर्तव्य है कि हम उन शहीदों के बलिदान को नमन करें और उनकी वीरता से प्रेरणा लें।"

उन्होंने आगे कहा, "कारगिल विजय दिवस हमें यह सिखाता है कि देश की रक्षा के लिए हमें हमेशा तत्पर रहना चाहिए और अपने देश की सेवा के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। भारतीय सेना के जवानों की साहसिक गाथाएं हमारे लिए प्रेरणास्रोत हैं और हमें उनके प्रति हमेशा गर्व रहेगा।"

रामजी पांडे ने इस अवसर पर सभी देशवासियों से आह्वान किया कि वे अपने आसपास के वीर सैनिकों और उनके परिवारों का सम्मान करें और उनके योगदान को सराहें। कारगिल विजय दिवस हमारे देश की सैन्य शक्ति और देशभक्ति का प्रतीक है, जिसे हमें हमेशा गर्व के साथ मनाना चाहिए।