लखीमपुर खीरी: जिले के बाढ़ प्रभावित दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की टीमें नाव और पैदल चलकर पहुंच रही हैं और प्रभावित लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं। शनिवार को सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लिया।
लखीमपुर खीरी जिले की चार तहसीलें बाढ़ से गंभीर रूप से प्रभावित हैं, जिससे संक्रामक रोगों का खतरा भी बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट मोड पर रहकर अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। शनिवार को सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने विकास खंड नकहा के बाढ़ प्रभावित गांव खानीपुर और रहरिया का स्थलीय निरीक्षण किया। उनके साथ सीएचसी अधीक्षक डॉ. रामू सिंह भी मौजूद थे। उन्होंने बाढ़ राहत शिविर में दी जा रही दवाओं की उपलब्धता की जांच की और मरीजों से बातचीत की। इसके बाद वह विकास खंड ईसानगर के ग्राम लुधौनी पहुंचे, जहां आशाओं से टीकाकरण की जानकारी ली। आशाओं ने बताया कि वे बाढ़ में भी टीकाकरण जारी रखने के लिए जागरूकता फैला रही हैं और लोगों को शुद्ध पानी पीने के बारे में बता रही हैं।
सीएमओ डॉ. गुप्ता ने सिसैया पीएचसी, धौरहरा और रमियाबेहड़ सीएचसी का भी दौरा किया, जहां उन्होंने स्नेक बाइट और एंटी रेबीज की उपलब्धता की जांच की। सीएचसी फूलबेहड़ में अधीक्षक डॉ. पवन के नेतृत्व में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंची टीमों का निरीक्षण किया और ओआरएस, जिंक और अन्य दवाओं का वितरण किया। डिप्टी सीएमओ डॉ. धनीराम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र जसवंत नगर और कोइना पुरवा ईसानगर का दौरा किया, जहां विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत सामग्री बांटी। सीएससी खमरिया के अधीक्षक डॉ. पंकज कुमार की टीम ने भी दवाओं का वितरण किया। मोहम्मदी विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने स्वास्थ्य टीमों से उपलब्ध दवाओं की जानकारी ली।
निघासन तहसील में अधीक्षक डॉ. प्रमोद रावत ने स्वास्थ्य टीम के साथ नाव पर सवार होकर बाढ़ ग्रस्त गांव जीतपुरवा का दौरा किया, जो चारों तरफ से पानी से घिरा हुआ है। वहां स्वास्थ्य टीम ने दवाओं का वितरण किया और ओआरएस, जिंक सहित अन्य संक्रामक रोगों से संबंधित और अन्य बीमारियों के मरीजों को दवाएं दी गईं।
सीएमओ डॉ. संतोष गुप्ता ने सभी बाढ़ प्रभावित तहसीलों के अधीक्षकों को नियमित भ्रमण कर स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, सभी प्रभावित क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव और संक्रामक रोगों से बचने के लिए लोगों को टिप्स देने के निर्देश भी दिए गए हैं।