नई दिल्ली, 03 जुलाई 2024 - केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने आज शास्त्री भवन में जिला खनिज संस्थान (डीएमएफ) गैलरी का उद्घाटन किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर राज्य मंत्री श्री सतीश चंद्र दुबे भी उपस्थित थे। डीएमएफ गैलरी का उद्घाटन खनन क्षेत्र में विकास और सामाजिक उत्थान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
डीएमएफ गैलरी का उद्देश्य
डीएमएफ गैलरी का मुख्य उद्देश्य जिला खनिज संस्थान और प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना के तहत गठित स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के उत्पादों को प्रदर्शित करना है। यह गैलरी शास्त्री भवन परिसर में स्थित है और इसमें विभिन्न खनन कंपनियों द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के तहत समर्थित स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
उत्पादों का प्रदर्शन
इस उद्घाटन के दौरान, मंत्रियों ने विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के साथ संवाद किया और उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की सराहना की। विशेष रूप से, ओडिशा के डीएमएफ क्योंझर और कोरापुट के स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की सराहना की गई। इसके अलावा, हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड और हिंडाल्को के विशेष प्रयासों को भी सराहा गया, जो देश के विभिन्न जिलों में स्वयं सहायता समूहों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
विशेष उत्पाद
डीएमएफ क्योंझर द्वारा वित्तपोषित कृष्णा स्वयं सहायता समूह ने मोटे अनाज से जुड़े खाद्य पदार्थों, बीज और तसर रेशम उत्पादों का प्रदर्शन किया। वहीं, डीएमएफ कोरापुट द्वारा वित्तपोषित महिमेमा स्वयं सहायता समूह ने लेमनग्रास और जापानी मिंट ऑयल उत्पादों का प्रदर्शन किया। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड द्वारा समर्थित 25 स्वयं सहायता समूह रोटेशन के आधार पर डीएमएफ गैलरी में अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे।
सतत खनन चार्टर
सतत खनन चार्टर अधिदेश के अनुसार, हिंडाल्को कई स्वयं सहायता समूहों को समर्थन दे रहा है, जिससे 3000 से अधिक कारीगर सीधे लाभान्वित हो रहे हैं। इसके तहत, कोसल - छत्तीसगढ़ कोसा बुनाई को पुनर्जीवित करना, काशी घास से बुनाई की कला के लिए एक पहल त्रिना, जिरहुल - नवीन जैल सैनिटरी नैपकिन, वंशला - बांस और काशी घास शिल्प, कठौतिया और विवर्तन - लैंटाना खरपतवार से लेकर जैव-मिश्रित कलाकृतियां सहित अन्य उत्पादों का उत्पादन हो रहा है।
एमएमडीआर अधिनियम का संशोधन
खन मंत्रालय ने खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) (एमएमडीआर) अधिनियम, 2015 में संशोधन करके खनन से प्रभावित सभी जिलों में जिला खनिज संस्थान (डीएमएफ) की स्थापना का प्रावधान किया है। डीएमएफ का उद्देश्य खनन से संबंधित कार्यों से प्रभावित व्यक्तियों और क्षेत्रों के हित और लाभ के लिए काम करना है। डीएमएफ के माध्यम से विभिन्न जिलों ने विभिन्न स्थानीय उत्पादों का उत्पादन करने वाले स्वयं सहायता समूहों की स्थापना की है।
डीएमएफ गैलरी का उद्घाटन खनन क्षेत्र में सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अग्रसर है।