सरकारी स्कूलों में डिजिटल हाजरी और कैमरों की स्थापना: शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने की पहल -रामजी पांडे

लखीमपुर सदर विधानसभा क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनावों में निर्दलीय ब्राह्मण उम्मीदवार के तौर पर खड़े होने वाले रामजी पांडे ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए एक महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव रखा है। उन्होंने सुझाव दिया है कि सरकारी स्कूलों में डिजिटल हाजरी के साथ-साथ कैमरों की स्थापना की जाए, ताकि शिक्षकों की उपस्थिति और छात्रों की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके।

रामजी पांडे का मानना है कि इस कदम से शिक्षा का स्तर ऊंचा उठेगा और शिक्षक अधिक जिम्मेदार बनेंगे। उन्होंने यह भी प्रस्ताव रखा है कि हर तीन माह में प्राइवेट स्कूलों में बच्चों का टेस्ट आयोजित किया जाए और इसी आधार पर सरकारी स्कूल के शिक्षकों की सैलरी तय की जाए।

उनके अनुसार, इस पहल से न केवल सरकारी स्कूलों की शिक्षा में सुधार होगा बल्कि निजी स्कूलों के बच्चों की प्रगति का भी आकलन होगा। यह कदम शिक्षकों को प्रेरित करेगा कि वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी मेहनत और ईमानदारी से निभाएं और छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें।

रामजी पांडे ने कहा, "हमारा देश सोने की चिड़िया बन सकता है अगर हम शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाएं। डिजिटल हाजरी और कैमरों की स्थापना से शिक्षा की गुणवत्ता में निश्चित रूप से सुधार होगा और हमारे देश का भविष्य उज्ज्वल बनेगा।"

शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के इस प्रस्ताव ने समाज में सकारात्मक चर्चा को जन्म दिया है। कई लोग रामजी पांडे के इस कदम की सराहना कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि यह पहल वास्तव में शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में सहायक साबित होगी।

रामजी पांडे का यह प्रस्ताव शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा देने का प्रयास है और इससे शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और गुणवत्ता को बढ़ावा मिलेगा। उनके इस कदम से समाज के हर वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा और देश की प्रगति में योगदान होगा।

समाज की प्रतिक्रिया
रामजी पांडे के इस प्रस्ताव ने समाज में एक नई उम्मीद की किरण जलाई है। कई शिक्षाविदों और अभिभावकों ने इस पहल की प्रशंसा की है। उनका मानना है कि इससे न केवल सरकारी स्कूलों की स्थिति में सुधार होगा बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी।