कारगिल विजय दिवस रजत जयंती 2024 का भव्य आयोजन


नई दिल्ली:सरसावा: भारतीय वायुसेना के साहसी योद्धाओं की वीरता और बलिदान को सम्मानित करने के लिए वायुसेना स्टेशन सरसावा में कारगिल विजय दिवस रजत जयंती 2024 का आयोजन 12 जुलाई से 26 जुलाई तक किया जा रहा है। कारगिल युद्ध (ऑपरेशन सफेद सागर) के 25 साल पूरे होने पर इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उन वीरों को याद किया गया जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी।

कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय वायुसेना ने 16000 फीट से अधिक ऊंचाई पर चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में 5000 स्ट्राइक मिशन, 350 टोही/ईएलआईएनटी मिशन और लगभग 800 एस्कॉर्ट उड़ानें भरीं। इसके अतिरिक्त, वायुसेना ने घायलों को निकालने और हवाई परिवहन कार्यों के लिए 2000 से अधिक हेलीकॉप्टर उड़ानें भी संचालित कीं।

इस मौके पर 13 जुलाई 2024 को वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने वरिष्ठ अधिकारियों, शहीदों के परिवारों, पूर्व सैनिकों और सेवारत वायुसेना अधिकारियों के साथ मिलकर स्टेशन युद्ध स्मारक पर शहीद वायुसैनिकों को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान वायुसेना प्रमुख ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया और उनसे बातचीत की।

कार्यक्रम की शान बढ़ाने के लिए एक शानदार एयर शो का आयोजन किया गया जिसमें आकाश गंगा टीम द्वारा अद्वितीय प्रदर्शन किया गया। जगुआर, एसयू-30 एमकेएल और राफेल लड़ाकू विमानों ने भी अपने हवाई करतब से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। शहीद नायकों की स्मृति में एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर ने "मिसिंग मैन फॉर्मेशन" में उड़ान भरी।

इस मौके पर भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों जैसे एमआई-17 वी5, चीता और चिनूक का स्थिर प्रदर्शन भी किया गया। एयर वॉरियर ड्रिल टीम और वायुसेना बैंड ने भी अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया।

इस आयोजन को 5000 से अधिक दर्शकों ने देखा, जिनमें स्कूली बच्चे, सहारनपुर क्षेत्र के स्थानीय निवासी, भूतपूर्व सैनिक, गणमान्य नागरिक और रुड़की, देहरादून और अंबाला के रक्षा बलों के कार्मिक शामिल थे।

कारगिल विजय दिवस रजत जयंती 2024 का यह आयोजन भारतीय वायुसेना की अद्वितीय वीरता, साहस और बलिदान को सम्मानित करने का एक प्रेरणादायक प्रयास है।