लखीमपुर खीरी, 15 जुलाई: जिले में 16 से 22 जुलाई तक भूजल सप्ताह मनाया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य वर्षा जल संचयन एवं भूगर्भ जल संरक्षण के प्रति जनसामान्य में जागरूकता लाना है। इस वर्ष भूजल सप्ताह का मुख्य विचार बिन्दु "जल संरक्षण का करो प्रयास- जल ही है जीवन की आस" रखा गया है।
जिलाधिकारी (डीएम) दुर्गा शक्ति नागपाल ने भूजल संरक्षण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने और लोगों को इसके प्रति संवेदनशील बनाने पर जोर दिया है। इस अवधि में भूगर्भ जल संपदा के महत्व के प्रति आम जनमानस को जागरूक किया जाएगा। जनसहभागिता सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न विद्यालयों में जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
विविध गतिविधियों का आयोजन
डीएम ने भूजल सप्ताह के सफल क्रियान्वयन के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्चतर शिक्षा, प्राविधिक शिक्षा एवं अन्य राजकीय शिक्षण संस्थान अपने नियंत्रणाधीन स्कूल-कॉलेजों, विश्वविद्यालयों व शैक्षिक संस्थानों में परिचर्चा, संवाद, निबन्ध, वाद-विवाद, चित्रकला, स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता, कठपुतली प्रदर्शन, लोक नृत्य, गीत, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर्स, होर्डिंग, बैनर्स, प्रदर्शनी, मेलों, उत्सव आयोजन, पद यात्राओं, रैलियों, संगोष्ठियों, साइकिल परेड कार्यक्रम आयोजित करें।
सामुदायिक सहभागिता
डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि भूजल संरक्षण के लिए अधिकाधिक जनसामान्य की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। इसके लिए केन्द्रीय संस्थानों/ प्रतिष्ठानों, गैर-सरकारी संगठनों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों का भी सक्रिय सहयोग प्राप्त किया जाए।
भूजल सप्ताह के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियों और कार्यक्रमों का अनुश्रवण संबंधित अधिकारी करेंगे ताकि सभी योजनाएं सुचारू रूप से संचालित हो सकें और जनता में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके।