मुंबई: 18वें मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म उत्सव (एमआईएफएफ) के अवसर पर भारत और बेलारूस के बीच सांस्कृतिक और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। इस उत्सव में चार बेलारूसी फिल्मों का एक विशेष पैकेज दिखाया गया, जिसमें दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर जोर दिया गया। इस कार्यक्रम में बेलारूस गणराज्य के महावाणिज्यदूत अलियाकसांद्र मात्सुको और बेलारूस गणराज्य के राष्ट्रीय फिल्म स्टूडियो 'बेलारूसफिल्म' के महानिदेशक यूरी अलेक्सेई भी उपस्थित थे।
एमआईएफएफ का महत्व और बेलारूसी फिल्मों का प्रदर्शन
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यूरी अलेक्सेई ने एमआईएफएफ द्वारा प्रदान किए गए मंच के प्रति अपनी खुशी और प्रशंसा व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मुझे बहुत खुशी है कि 18वें मुंबई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह में विशेष पैकेज के रूप में 4 बेलारूसी फिल्में दिखाई गईं। एमआईएफएफ जैसे मंच देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में सहायक होते हैं।"
'बेलारूसफिल्म' की 100वीं वर्षगांठ और 'लिस्टापैड' फिल्म समारोह
यूरी अलेक्सेई ने घोषणा की कि 'बेलारूसफिल्म' स्टूडियो इस साल अपनी 100वीं वर्षगांठ मनाएगा। इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर को उत्सव के रूप में मनाने के लिए, नवंबर 2024 में बेलारूस की राजधानी मिन्स्क में 'लिस्टापैड' नामक एक फिल्म समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव में छह अलग-अलग शैलियों की फिल्में, जैसे कि डॉक्यूमेंट्री फिल्म, लघु फिल्में, एनीमेशन और नाटक, दिखाई जाएंगी।
भारतीय सिनेप्रेमियों को निमंत्रण
यूरी अलेक्सेई ने भारतीय सिनेप्रेमियों को इस महोत्सव में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा, "मैं भारतीय सिनेप्रेमियों को इस फिल्म समारोह में आमंत्रित करना चाहूंगा। यह उत्सव हमारे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और भी मजबूत करेगा।"