नई दिल्ली, 24 जून 2024 - कोयला मंत्रालय ने झारखंड के जामताड़ा जिले के कास्ता कोयला ब्लॉक में भारत की पहली भूमिगत कोयला गैसीकरण (यूसीजी) पायलट परियोजना का शुभारंभ किया है। यह परियोजना ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के तहत मंत्रालय के रणनीतिक निर्देशन में शुरू की गई है।
इस परियोजना का उद्देश्य कोयला उद्योग में क्रांति लाना और कोयले को मूल्यवान गैसों में परिवर्तित करके औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी बनाना है। भूमिगत कोयला गैसीकरण के माध्यम से कोयला मीथेन, हाइड्रोजन, कार्बन मोनोऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड जैसी मूल्यवान गैसों में परिवर्तित होता है। इन गैसों का उपयोग सिंथेटिक प्राकृतिक गैस, ईंधन, उर्वरक, विस्फोटक और अन्य औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए रासायनिक फीडस्टॉक्स के उत्पादन के लिए किया जा सकता है।
कोयला मंत्रालय कोयला गैसीकरण परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। यह पहल कोयला क्षेत्र के भीतर मंत्रालय के सक्रिय विविधीकरण प्रयासों को भी दर्शाती है। कोयला गैसीकरण तकनीक के माध्यम से कोयले की क्षमता को पूर्ण रूप से उपयोग में लाने का यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, "यह पायलट परियोजना कोयला गैसीकरण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी और कोयला उद्योग के लिए नए रास्ते खोलेगी।"
ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) ने इस पायलट परियोजना को सफलतापूर्वक शुरू करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है और भविष्य में इस तकनीक को और भी उन्नत बनाने का संकल्प लिया है।
इस पहल से कोयला उद्योग में नवाचार और विकास की नई संभावनाएं उत्पन्न होंगी और भारत को कोयला गैसीकरण के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनाएंगी।