आज पूरे देश और विश्व के सामने “सहकारिता से समृद्धि” प्राप्त करने का उदाहरण दिया: श्री अमित शाह


नई दिल्ली केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज गुजरात के खेडा जिला मध्यस्थ सहकारी बैंक लिमिटेड, नडियाद की 76वीं वार्षिक बैठक (AGM) को संबोधित किया और 18 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से बने बैंक के नए भवन (सरदार पटेल सहकार भवन) का लोकार्पण किया। इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (NAFED) के अध्यक्ष और गुजरात के सहकारिता मंत्री सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि खेडा जिले से ही देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल के यशस्वी मार्गदर्शन में अमूल की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि अमूल ने पूरे देश और विश्व के सामने “सहकारिता से समृद्धि” प्राप्त करने का उदाहरण पेश किया है। श्री शाह ने कहा कि कुछ समय पहले तक खेडा जिला सहकारी बैंक बंद होने की चर्चा हो रही थी, लेकिन आज इस बैंक ने 36,000 स्क्वेयर फीट का अपना भवन निर्माण किया है और सारे ई-बैंकिंग नियमों की कल्पनाओं को साकार किया है।

श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने “सहकार से समृद्धि और समृद्धि से सम्पूर्णता” का सूत्र देश की जनता को दिया है। उन्होंने कहा कि इसी के तहत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज़ादी के 75 साल बाद पहली बार केन्द्र सरकार में सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की। श्री शाह ने कहा कि यह शुरुआत आने वाले दिनों में सहकारिता क्षेत्र को कम से कम 100 साल की आयु देने में अहम भूमिका निभाएगी।

केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि आज सरदार पटेल सहकार भवन का ई-लोकार्पण हुआ है। यह करीब 18 करोड़ 70 लाख के खर्च से बनी चार मंजिला, आधुनिक, सेन्ट्रली एयर कंडीशंड इमारत है। उन्होंने कहा कि यह इमारत खेडा जिले के किसानों और निवासियों के लिए काफी उपयोगी साबित होगी। श्री शाह ने कहा कि खेडा जिला मध्यस्थ सहकारी बैंक लिमिटेड ने अपनी 76वीं एनुअल जनरल मीटिंग में गुजरात की सहकारी बैंकिंग व्यवस्था में पहली बार लोन मैनेजमेंट, डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम और टेबलेट बैंकिंग की शुरुआत की है, जो एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है।

श्री अमित शाह ने कहा कि 1950 में उद्घाटन के बाद से खेडा जिला सहकारी बैंक ने क्षेत्र के किसानों की खूब सेवा की और अपने भविष्य के बारे में जताई गई तमाम आशंकाओं को गलत साबित कर यह आज करीब 31 करोड़ रुपए के नेट प्रॉफिट में है और 2012 में लाइसेंस प्राप्त करने के बाद अब इसके पास 258 करोड़ रुपए का रिज़र्व फंड और 2500 करोड़ रुपए की डिपोज़िट है।

केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने “Cooperation Amongst Cooperatives” नाम की नई पहल के तहत बनासकांठा और पंचमहाल जिले को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर लिया है।

श्री अमित शाह ने सहकारी संस्थाओं से जुड़े लोगों से अपने बैंक खाते जिला सहकारी बैंक में खोलने की अपील की, ताकि सहकारिता क्षेत्र में सुदृढ आर्थिक ढाँचे का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि “Cooperation Amongst Cooperatives” का मंत्र अगर सिद्ध कर लिया जाए तो भारत को सहकारी क्षेत्र में कहीं किसी से भी मदद लेने की जरूरत नहीं है। भारत या राज्य सरकार से भी एक रुपया लेने की जरूरत नहीं है। श्री शाह ने कहा कि सिर्फ कॉ-ओपरेटिव संस्थाओं के पैसे से ही समग्र कॉ-ऑपरेटिव मूवमेंट मजबूती से चल सकती है।