शाहदरा में ईद-उल-अज़हा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन और धार्मिक नेताओं की बैठक

रामजी पांडे
शाहदरा, दिल्ली - ईद-उल-अज़हा के अवसर पर क्षेत्र में शांति और सौहार्द बनाए रखने के उद्देश्य से शाहदरा के डीसीपी सुरेंदर चौधरी, एडिशनल डीसीपी और कई थानों के एसएचओ ने एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में स्थानीय धार्मिक नेता और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हुए।

इस मौके पर 'मौलाना जावेद सिद्दीकी क़ासमी' ने ईद-उल-अज़हा और हज के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने उपस्थित लोगों को कुरबानी के धार्मिक और सामाजिक महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौलाना सिद्दीकी ने ईद के पवित्र पर्व को आपसी भाईचारे और सौहार्द के साथ मनाने की अपील की। उन्होंने कहा, "हम सभी को दूसरे समुदाय की भावनाओं का सम्मान करते हुए इस पर्व को मनाना चाहिए। इससे समाज में एकता और शांति का माहौल बना रहेगा।"

डीसीपी सुरेंदर चौधरी ने सभी उपस्थित लोगों को विश्वास दिलाया कि पुलिस प्रशासन ईद-उल-अज़हा के मौके पर क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह से तत्पर है। उन्होंने कहा, "पुलिस की प्राथमिकता क्षेत्र में शांति और सौहार्द बनाए रखना है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।"

बैठक में उपस्थित सभी थानों के एसएचओ ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम करने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्थानीय समुदाय से सहयोग की अपील की और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने का आग्रह किया।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य समुदायों के बीच आपसी समझ और सम्मान को बढ़ावा देना था, जिससे ईद-उल-अज़हा का पर्व शांति और सौहार्द के माहौल में मनाया जा सके। पुलिस और धार्मिक नेताओं की इस पहल की स्थानीय निवासियों ने सराहना की और विश्वास जताया कि इस तरह की बैठकों से समाज में आपसी भाईचारा और शांति का संदेश फैलता है।