लैब के लिए छह भाषाओं: बंगाली, भोजपुरी, अंग्रेज़ी, हिंदी, मराठी और सिलहटी में संभावनाओं से भरी 5 फ़िल्में चुनी गईं

 नई दिल्ली एनएफडीसी ने डॉक फ़िल्म बाज़ार के पहले संस्करण में डॉक वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब के लिए चयनित परियोजनाओं की घोषणा की है, जिसे मुंबई अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव 2024 के साथ-साथ आयोजित किया जाएगा।

डॉक वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब, प्रारंभिक (रफ़-कट) चरण में फ़िल्मों के लिए एक निजी व्यवस्था वाली लैब है, जहाँ चयनित परियोजना प्रतिनिधियों को मार्गदर्शन, सलाह व फ़ीडबैक प्राप्त करने तथा उद्योग के अग्रणी व्यक्तियों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलता है। ये चयनित फ़िल्में अनगिनत विषयों से संबंधित होती हैं, जिनमें मानवीय आख्यानों को सर्वाधिक महत्‍व दिया जाता है। वे अक्सर हाशिए पर रहने वाली और कम प्रतिनिधित्व वाली कहानियों पर प्रकाश डालती हैं। लैब का उद्देश्य इन फ़िल्म निर्माताओं और उनकी परियोजनाओं के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करना है।

इस पहल के बारे में एमआईएफएफ और डॉक फिल्म बाजार के महोत्सव निदेशक तथा एनएफडीसी के संयुक्त सचिव और एमडी श्री पृथुल कुमार ने कहा, "डॉक फिल्म बाजार ने अपने अस्तित्व के पहले वर्ष में ही विभिन्न क्षेत्रों से फिल्मों की विविधतापूर्ण प्रविष्टियों को आकर्षित किया है, जो हमें शैली, स्थान, भाषा, विचार और पहचान से परे सफल साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है। इसके तहत कुल 107 प्रविष्टियाँ (डॉक व्यूइंग रूम) और 30 प्रस्ताव (डॉक वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब) प्राप्त हुए हैं। इनमें से, 5 संभावनायुक्त परियोजनाओं को डॉक वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब के लिए चुना गया है, जिन्हें अपनी परियोजनाओं को बेहतर बनाने और अंतिम रूप (फाइनल कट) देने के लिए फीडबैक मार्गदर्शक और एडिटिंग मार्गदर्शक के रूप में प्रख्यात फिल्म दिग्गजों द्वारा समर्थन प्रदान किया जाएगा। एनएफडीसी, डॉक फिल्म बाजार के माध्यम से इन परियोजनाओं के सफल समापन को देखने के प्रति उत्साहित है।"

डॉक फिल्म बाजार 2024 के हिस्से के रूप में डॉक वर्क-इन-प्रोग्रेस लैब के लिए निम्नलिखित परियोजनाओं का चयन किया गया है: