भारत दुनिया की औषध (फार्मा) राजधानी बनकर उचित मूल्य चिकित्सा उपायों पर एसईएआरओ क्षेत्र को ताकत


 नई दिल्ली केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री अपूर्व चंद्रा ने आज जिनेवा में डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय कार्यालय और भारत सरकार द्वारा सह-आयोजित 77वीं विश्व स्वास्थ्य सभा के एक अतिरिक्त कार्यक्रम के रूप में "दक्षिण पूर्व एशिया (एसईएआरओ), क्षेत्र में अरबों लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को आगे बढ़ाना" विषय पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक का उद्देश्य दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र में प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंडे को संबोधित करने के लिए सदस्य देशों, डब्ल्यूएचओ और भागीदारों की ठोस कार्रवाइयों पर रणनीति बनाना था।

बैठक की शुरुआत भारत की स्वास्थ्य यात्रा पर एक वीडियो के साथ हुई, जिसमें भारत में नागरिकों के लिए सार्वभौमिक स्वास्थ्य पहुंच (युनिवर्सल हेल्थ कवरेज) को उत्प्रेरित करने वाले प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत मिशन के चार स्तंभों को प्रदर्शित किया गया।

 

सभा को संबोधित करते हुए, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कोविड के दौरान भारत द्वारा अपनाई जा रही डिजिटल तकनीकों पर प्रकाश डाला, जो आज उस कोविन (सीओडब्ल्यूआईएन) की तरह यूविन (यूडब्ल्यूआईएन) में परिवर्तित हो रही हैं, जो टीकाकरण पर नज़र रखने और हर बच्चे के लिए डिजिटल प्रमाणपत्र बनाने के लिए एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि कैसे भारत, दुनिया की औषध (फार्मा) राजधानी बनकर उचित मूल्य वाले चिकित्सा उपायों पर दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्रीय संगठन (एसईएआरओ) को मजबूती प्रदान कर रहा है।