नई दिल्ली वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) - उन्नत सामग्री और प्रक्रिया अनुसंधान संस्थान (एएमपीआरआई), ज्ञान और जागरूकता मैपिंग प्लेटफार्म (केएएमपी) के सहयोग से 250 से अधिक छात्रों के लिए 29 अप्रैल, 2024 को मध्य प्रदेश के भोपाल में वैज्ञानिक भ्रमण आयोजित किया।
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद - जिज्ञासा और विकसित भारत कार्यक्रम के तहत ज्ञान और जागरूकता मैपिंग प्लेटफार्म (केएएमपी) द्वारा वैज्ञानिक भ्रमण का आयोजन किया गया। इसमें डीपीएस कोलार रोड भोपाल, आईईएस पब्लिक स्कूल सीहोर और आईईएस पब्लिक स्कूल, रातीबड़, भोपाल के 250 छात्रों के साथ उनके शिक्षकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य वैज्ञानिक, मिश्र धातु, कंपोजिट और सेलुलर सामग्री प्रभाग के प्रमुख डॉ. डीपी मंडल और सीएसआईआर-एएमपीआरआई, भोपाल के प्रधान वैज्ञानिक और जिज्ञासा समन्वयक डॉ. सतानंद मिश्रा ने किया।
इस भ्रमण ने छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार की दुनिया को गहनता से जानने का अनूठा अवसर प्रदान किया। इसका उद्देश्य छात्रों में वैज्ञानिक अन्वेषण और खोज के प्रति जुनून जागृत करना था। डॉ. मिश्रा और उनकी जिज्ञासा टीम ने आपसी विचार-विमर्श और प्रयोगशाला दौरों के माध्यम से छात्रों को वैज्ञानिक गतिविधियों के लिए प्रेरित किया। प्रयोगशालाओं के भीतर, छात्रों ने 3डी प्रिंटिंग लैब, रमन स्पेक्ट्रोमीटर लैब, हाइब्रिड कंपोजिट, सेंटर फॉर एडवांस्ड रेडिएशन शील्डिंग और जियो-पॉलीमेरिक मैटेरियल्स के संबंध में व्यावहारिक तरीके से कई नई चीजें सीखीं।
उन्नत सामग्री और प्रक्रिया अनुसंधान संस्थान (एएमपीआरआई), भोपाल की स्थापना मई 1981 में "क्षेत्रीय अनुसंधान प्रयोगशाला" (आरआरएल) के रूप में की गई थी।
नॉलेज एंड अवेयरनेस मैपिंग प्लेटफॉर्म (केएएमपी), वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) - नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस कम्युनिकेशन एंड पॉलिसी रिसर्च (एनआईएससीपीआर) और औद्योगिक भागीदार मैसर्स नायसा कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड (एनसीपीएल) के बीच एक पहल और ज्ञान गठबंधन है। यह छात्रों को वैज्ञानिक अवधारणाओं का पता लगाने और उनसे जुड़ने, समग्र समझ विकसित करने और उनकी वैज्ञानिक जिज्ञासा को जागृत करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।