नई दिल्ली भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) के प्रदूषण नियंत्रण पोत समुद्र पहरेदार ने एक विशेष हेलीकॉप्टर के साथ दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) देशों में चल रही अपनी विदेशी तैनाती के हिस्से के रूप में 02 अप्रैल, 2024 को वियतनाम के हो ची मिन्ह में एक पोर्ट कॉल किया। इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, भारतीय दल समुद्री प्रदूषण कार्रवाई, समुद्री खोज एवं बचाव और समुद्री कानून प्रवर्तन पर ध्यान केंद्रित करते हुए पेशेवर विचार-विमर्श में भाग लेगा। इसके अलावा भारतीय दल विभिन्न गतिविधियों में जैसे क्रॉस-डेक प्रशिक्षण, विषय वस्तु विशेषज्ञ आदान-प्रदान, खेल आयोजन तथा वियतनाम तटरक्षक (वीसीजी) के साथ एक अन्य अभ्यास में भी शामिल होगा।
इस यात्रा का उद्देश्य न केवल भारतीय तटरक्षक और वियतनाम तटरक्षक बल के बीच संबंधों को सशक्त बनाना है, बल्कि भारत की स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमताओं को भी प्रदर्शित करना है। इसके अलावा, जहाज पर सवार राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के 25 कैडेट वॉकथॉन और समुद्र तट की सफाई जैसी गतिविधियों में भाग लेंगे।
भारतीय तटरक्षक और वियतनाम तटरक्षक बल के मध्य साल 2015 से एक मौजूदा समझौता ज्ञापन (एमओयू) है, जिसने दो समुद्री संगठनों के बीच सहकारी गतिविधियों को संस्थागत बनाया है। यह विदेशी तैनाती द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और मित्र देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने की भारतीय तटरक्षक की प्रतिबद्धता का उदाहरण है।
इन देशों में भारतीय तटरक्षक बल के विशेष पोत की यात्रा 2022 में कंबोडिया में आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक प्लस के दौरान घोषित समुद्री प्रदूषण के लिए भारत आसियान पहल के अनुसरण में हो रही है। आसियान क्षेत्र में समुद्र पहरेदार की तैनाती समुद्री प्रदूषण, समुद्री सहयोग के माध्यम से सुरक्षा को बढ़ावा देने के प्रति भारत की साझा चिंता और संकल्प को दर्शाती है। इस जहाज ने हो ची मिन्ह से पहले, आसियान क्षेत्र में राजनयिक समुद्री गतिविधियों की निर्बाध निरंतरता को प्रदर्शित करने के लिए फिलीपींस में मनीला का दौरा किया था।