नई दिल्ली भारत के पहले मल्टी-स्पोर्ट्स बीच गेम्स “द बीच गेम्स 2024” का आयोजन दीव में ब्लू फ्लैग प्रमाणित घोघला बीच पर किया गया। इन खेलों में जमीन से घिरा हुआ मध्य प्रदेश चैंपियन बनकर उभरा। मध्य प्रदेश ने 7 स्वर्ण सहित कुल 18 पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि ने न केवल मध्य प्रदेश के दल की खेल क्षमता को दिखलाया, बल्कि इस राज्य के भीतर विकसित हो रही प्रतिभाओं की गहराई को भी सामने रखा।
महाराष्ट्र ने 3 स्वर्ण सहित 14 पदक जीते, वहीं तमिलनाडु, उत्तराखंड और मेजबान दादरा, नगर हवेली, दीव और दमन ने 12-12 पदक हासिल किए। असम ने 8 पदक जीते, जिनमें से 5 स्वर्ण पदक थे।
बेहद दिलचस्प घटनाक्रम में लक्षद्वीप ने बीच सॉकर में स्वर्ण पदक हासिल किया, जो इस प्राचीन द्वीप क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। उन्होंने कड़े मुकाबले वाले फाइनल में महाराष्ट्र को 5-4 से हराया। लक्षद्वीप की जीत ने न केवल पदक विजेताओं की विविधता को बढ़ाया बल्कि दीव बीच गेम्स-2024 के समावेशी और राष्ट्रव्यापी असर को भी दिखलाया।
4-11 जनवरी तक खेलों की ये उत्कृष्टता अपने चरम पर रही। इस दौरान 205 मैच अधिकारियों के सहयोग से 28 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 21 वर्ष से कम उम्र के 1404 एथलीटों ने विभिन्न प्रकार के खेलों में भाग लिया।
इन खेलों को रोज़ाना 2 सत्रों में बांटा गया था। सुबह का सत्र सुबह 8 बजे से शुरू होकर दोपहर को समाप्त होता था, इसके बाद दोपहर का सत्र 3 बजे शुरू होता था। इस शेड्यूलिंग ने न केवल उपयुक्त मौसम में एथलीटों के प्रदर्शन को अनुकूलित किया, बल्कि उत्साही दर्शकों को भी एक अनूठा और आकर्षक विजुअल अनुभव मिला।