नई दिल्ली केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और जनजातीय कार्य मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने आसियान-भारत श्री अन्न महोत्सव का आज नई दिल्ली में शुभारंभ किया। समारोह में कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी व सुश्री शोभा करंदलाजे व सचिव श्री मनोज अहूजा भी मौजूद थे। अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के अनुरूप, महोत्सव का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और श्री अन्न एवं श्री अन्न आधारित उत्पादों के लिए वृहद बाजार स्थापित करना है। श्री मुंडा ने कहा कि श्रीअन्न किसानों, उपभोक्ताओं व पर्यावरण हेतु असंख्य लाभ प्रदान करते हैं एवं वैश्विक खाद्य-पोषण सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
महोत्सव में शरीक भारत, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, थाईलैंड व वियतनाम से आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री मुंडा ने श्री अन्न के उत्पादन व खपत को बढ़ावा देने के लिए सरकारी नीतियों और बाजार नवाचारों पर प्रकाश डालते हुए इसकी बढ़ी खपत से जुड़े सामाजिक-आर्थिक, पोषण और जलवायु संबंधी लाभों पर प्रकाश डाला। श्री मुंडा ने कहा कि यह कार्यक्रम श्री अन्न की जीवंतता और कृषि एवं पोषण को बदलने में उनकी अपार क्षमता को प्रतिबिम्बित करता है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के वृहद आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस ठोस प्रयास ने सीमाओं से बाहर निकलकर इस आयोजन को अद्वितीय महत्व के वैश्विक मील के पत्थर के रूप में तब्दील कर दिया है। टिकाऊ कृषि और पोषण सुरक्षा के बारे में प्रधानमंत्री श्री मोदी की गहरी समझ, वैश्विक एजेंडे में श्री अन्न को सबसे आगे रखने में भारत की सक्रिय प्रगति के पीछे प्रेरणा शक्ति रही है। अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मनाना, खाद्य सुरक्षा और बेहतर पोषण सुनिश्चित करने के लिए श्री अन्न के बारे में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण रहा है। इसने अनुसंधान और विकास के साथ विस्तार सेवाओं में निवेश को प्रेरित किया है, जो हितधारकों को श्री अन्न की उत्पादकता, गुणवत्ता और संबंधित उत्पादन विधियों को बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। जलवायु परिवर्तन की वैश्विक चुनौतियों की स्थिति में श्री अन्न की महत्ता और भी बढ़ जाती है। श्री अन्न प्राचीन अनाज है, जिसकी खासियत है कि ये छोटे होते हैं, लेकिन पौष्टिक होते हैं और शरीर को मजबूती प्रदान करते हैं। खेती, जलवायु और भोजन-पोषण को सुरक्षित करने के लिए हमारे दृष्टिकोण में क्रांति लाने की शक्ति से श्री अन्न परिपूर्ण हैं।