लखीमपुर खीरी लोकसभा सीट पर होने वाले चुनाव में एक नया चेहरा सामने आ रहा है - नाम है रामजी पांडे उन्हे जानने वाले जानते है की रामजी पांडे के चुनावी मैदान में उतरने से ही भाजपा की मुश्किलें बढ़ने वाली है। और यह चुनाव बीजेपी समेत इंडिया गठबंधन के लिए भी चुनौती वाला चुनाव होने वाला है।क्योंकि खीरी जिले में रामजी पांडे की पकड़ काफी मजबूत है।
बताते चले की रामजी पांडे लखीमपुर खीरी के स्थानीय निवासी है और वह यहाँ के लोगों की समस्याओं का समाधान करवाने के लिए हमेशा तत्पर रहे है। इलाके में चर्चा है कि अगर रामजी पांडे अपने घर पर खाना भी खा रहे हो और उनके घर पर कोई मदत मांगने पहुंच जाए तो रामजी पांडे अपना खाना छोड़कर उनकी मदद के लिए तैयार हो जाते है।
इसके अलावा वह दिल्ली में होने वाले अन्ना आंदोलन,रोजगार आंदोलन ,किसान आंदोलन से भी जुड़े रहे है। इसके अलावा लखीमपुर खीरी में छोटी रेलवे लाइन को बड़ी लाइन करवाने की मांग , व वहीं पर फ्लाई ओवरब्रिज की मांग को लेकर भी कार्य कर चुके है।
हालांकि वह मीडिया से ज्यादातर दूरी बनाकर रखते हैं लेकिन मीडिया के सवालों से कभी परहेज नहीं करते।
उन्होंने लखीमपुर खीरी के लोगों के समस्याओं को समझा है और उनके लिए समाधान प्रस्तुत करने का कई संविदानिक योजनाएं बनाई हैं। विकास के क्षेत्र में भी उनके पास एक दृष्टिकोण है और वह समृद्धि की दिशा में कई प्रकार के कार्यों का प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं।
लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि क्या रामजी पांडे लखीमपुर खीरी के राजनीतिक संग्राम में जातिगत समीकरणों से ऊपर उठकर लोगों के दिलों में जगह बना पाते है या अभी जनता उन्हें पांच साल का इंतजार करवाने के मूड में है।