पंकज पाराशर छतरपुर
मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से अपनी पहली, दूसरी, तीसरी लिस्ट जारी कर तमाम राजनीतिक दलों को संकट में डाल दिया है तो वही जो भाजपा से अपनी दावेदारी पेश कर रहे, उनके दिलों की धड़कनें भी बढ़ा दी है l भाजपा की इस रणनीति से जहां पूरे मध्य प्रदेश में हलचल मची हुई है तो इसका असर छतरपुर जिले की राजनीति पर भी पड़ रहा है l
छतरपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी से जो दावेदारी पेश कर रहे हैं वह सकते में है। जिले की 6 विधानसभाओं में से 3 विधानसभाओं में भाजपा के द्वारा अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए गए हैं l
ओबीसी वर्ग के मतदाताओं को साधने के लिए छतरपुर विधानसभा क्षेत्र में श्रीमती ललिता यादव को टिकट दिया है तो वही श्रवण वर्गों के कोटे से महाराजपुर विभानसभा क्षेत्र में पूर्व मंत्री मानवेंद्र सिंह के पुत्र कामाख्या प्रताप सिंह को उम्मीदवार घोषित किया l जातीय समीकरण के हिसाब से ब्राह्मण उम्मीदवार को राजनगर विधानसभा क्षेत्र से अरविंद पटेरिया को घोषित कर दिया गया है, अब ऐसे में छतरपुर जिले में चर्चा का विषय बन गया है कि क्या बिजावर विधानसभा में भी ब्राह्मण चेहरा ही मैदान में उतर जाएगा ? राजनीतिकों का कहना है कि छतरपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा ब्राह्मण कोटा पूरा हो गया है, अब अन्य किसी वर्ग को उम्मीदवार बिजावर विभानसभा क्षेत्र में बनाया जा सकता है।
भारतीय जनता पार्टी से अभी तक यह माना जा रहा था कि बिजावर विधानसभा क्षेत्र में समाजवादी पार्टी को त्याग कर भाजपा में शामिल हुए राजेश शुक्ला को ही उम्मीदवार घोषित किया जाएगा लेकिन भाजपा की रणनीति से अब उनकी उम्मीदवारी पर खतरा लगने लगा है ?
चंदला विधानसभा क्षेत्र आरक्षित सीट होने से वहां पर भारतीय जनता पार्टी को दलित वर्ग से ही उम्मीदवार घोषित करना होगा, जिसमें सिटिंग एमएलए राजेश प्रजापति प्रमुख रूप से माने जा रहे हैं।
अब अगर बिजावर विधानसभा क्षेत्र से राजेश शुक्ला को भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार घोषित करती है तो जिले में दो ब्राह्मण चेहरे भारतीय जनता पार्टी के द्वारा मैदान में होंगे तो क्या भारतीय जनता पार्टी ऐसा जोखिम उठाने का निर्णय लेगी की एक जिले में दो दो ब्राह्मण चेहरे घोषित करेगी ?
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जातिगत समीकरण को साधने के हिसाब से ही उम्मीदवार घोषित किए जाते हैं l
आप बिजावर विधानसभा क्षेत्र में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय जनता पार्टी ब्राह्मण चेहरा उम्मीदवार घोषित करती है या किसी अन्य वर्ग के व्यक्ति को उम्मीदवार बनाया जा सकता है ?