खजुराहो/22.09.2023 भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत चौथी जी-20 अवसंरचना कार्य समूह की बैठक 22 सितम्बर (शुक्रवार) को खजुराहो में संपन्न हो गई। बैठक में 14 सदस्य देशों के 54 शिष्टमंडल, 8 विशेष आमंत्रित और नौ अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त 7 देशों ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में भागीदारी की। जी-20 अवसंरचना कार्यकारी समूह के शिष्टमंडलों ने भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत 2023 अवसंरचना एजेंडा पर चर्चा की।
भारतीय अध्यक्षता में दो दिवसीय आयोजन में समावेशी शहरों को सक्षम बनाने एवं शहरी सेवाओं और अवसरों तक पहुंच बढ़ाने (एनेबलर्स ऑफ इंक्लूजिव सिटीज – एन्हैसिंग एक्सेस टू अर्बन सर्विसेज एंड अपॉरचुनिटीज) को लेकर रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया। बैठक में अवसंरचना निवेश के विभिन्न पक्षों पर भी विचार विमर्श किया गया। शिष्टमंडलों ने क्यूआईआई ( Quality Infrastructure Investment) सूचकांकों के क्रियान्वयन और इन्फ्राट्रैकर टूल में सुधारों पर भी चर्चा की। जुलाई 2023 में गांधीनगर में आयोजित अवसंरचना निवेशक संवाद के परिणाम भी बैठक के दौरान प्रस्तुत किए गए।
बैठक के इतर शहरी अवसंरचना में निजी निवेशों को बढ़ाने पर राउंडटेबल चर्चा संपन्न हुई। नगर प्रशासकों, निजी इकाइयों, एमडीबी और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के समूहों द्वारा निजी और वाणिज्यिक वित्त जुटाने के लिए विभिन्न नवाचारी उपकरणों पर बातचीत की गई तथा इन्फ्राटेक, पुनर्बीमा और नगर प्रशासन की क्षमता के विकास के विषयों को भी चर्चा में शामिल किया गया।
अवसंरचना कार्यकारी समूह के नए बनने वाले अध्यक्ष ब्राजील ने अगले वर्ष के लिए अपनी प्राथमिकताओं और कार्यक्रमों को भारतीय अध्यक्षता में यहां हुई अंतिम बैठक में साझा किया। इसमें जलवायु अनुकूलन अवसंरचना, अवसंरचना और गरीबी कम करना, अवसंरचना में विनिमय दर जोखिम को नियंत्रित करना और सीमा पार अवसंरचना शामिल है।
बैठक के दौरान शिष्टमंडलों को खजुराहो के स्वादिष्ट व्यंजन का स्वाद लेने के साथ ही उसके समृद्ध इतिहास और संस्कृति को जानने का अवसर मिला। उन्होंने यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल खजुराहो के प्रसिद्ध पश्चिमी समूह के मंदिरों का भ्रमण किया। शिष्टमंडल के सदस्य चंदेलकालीन मंदिरों के भ्रमण के दौरान मंदिरों की अद्भुत शिल्प कला और इतिहास से रूबरू हुए। इस दौरान वे मंदिर के अप्रतिम कला सौंदर्य को देखकर अभिभूत हुए और सराहना की। सदस्यों ने मंदिर परिसर में सेल्फी ली। सदस्यों के समक्ष स्थानीय कलाकारों के दल ने बुंदेली राई और दिवारी नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियां दीं जिसको देखकर वे अभिभूत हुए। शिष्टमंडल के सदस्यों ने आदिवर्त संग्रहालय का अवलोकन के साथ ही रानेह जलप्रपात का भ्रमण किया। उन्होंने बैठक के आरंभ में योग सत्र में भी भागीदारी की।