भक्ति और सेवा के माध्यम से भगवान श्री राम के प्रति अपनी आदर्शवादी जीवनशैली का संदेश


 नई दिल्ली : बदायूं के उझानी में श्री राम सेवा आश्रम पर सरस संगीत मय श्री राम कथा महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमे राम कथा का गुणगान करते हुए परम पूज्य महाराज श्री रवि जी ने कहा कि राम जी के वनवास के समय अपनी जन्मभूमि अवध की मिट्टी साथ ले गए थे, प्रतिदिन उनकी पूजाआरती करके अपने जन्मभूमि का ध्यान करते हैं। इसी बीच, अवध के सुमंत देर रात्रि से अवध में पहुंचे और राजा के कक्ष में प्रवेश किया। वहां राजा को व्याकुल हालत में पाया और वे 'जयजीव' कहकर प्रणाम किया। दशरथ जी ने सुमंत से पूरी वनयात्रा की कथा सुनी और विषाद में पड़ गए।

रानी के आधार में, वनवास की दुखद कथा के प्रति उनकी गहरी विशाद भावना प्रकट हो रही थी। उन्हें लंदन के करोड़ों की धूप के साथ साथ अपने परिवार की खोई हुई सुख-सामर्थ्य की याद आ रही थी।

कथा में श्रवण कुमार के अंधे माता-पिता की याद आने का वर्णन हो रहा है, जिनके पाप के अंजाम के बारे में सोचने से उन्हें अद्भुत सबक मिलता है। इससे उनकी आत्मा में भी गहरी उदासीनता और पश्चाताप की भावना पैदा होती है।

फिर, कथा में राजा दशरथ का प्रसंग आता है, जिसमें उन्होंने अपने पुत्र राम के प्रति गहरी शोक और आघात के बारे में बताया है। उनके समक्ष उनके पत्नी कैकई की मृत्यु के बाद उन्हें अनजाने अपनी जवान भईया और लक्ष्मण के प्रति उनकी देखभाल करनी पड़ी, जिससे उन्हें व्याकुलता महसूस होती है।

विश्वामित्र जी द्वारा भरत के राज्याभिषेक के प्रसंग में, भरत के विरोधाभासी भावनाओं का वर्णन होता है, जिनके बाद भरत अपने पिता के आदेश के अनुसार राज्य का प्रशासन करने के लिए तैयार होता है।

कथा में भगवान श्री राम के भक्तों की श्रद्धा, भक्ति, और सेवा का वर्णन किया गया है, जिनसे उन्हें अपने दुखों का समाधान प्राप्त होता है। उनकी पूजाआरती, भजन, कथा आदि सभी भगवान के प्रति उनकी विशेष भावना और प्रेम की प्रकटि होती है।

अखिर में, भगवान श्री राम के अनुयायियों के साथ उनकी आवश्यकतानुसार आदेश और धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश दिया गया है

राम कथा में अंजू चौहान गिरीश पाल सिंह सिसोदिया विष्णु गुप्ता कमलेश वार्ष्णेय विकास चौहान अलंकार अरविंद शर्मा रामसन माहेश्वरी दीपेश सत्यम उम्मीद सिंह कुशवाह छोटू सिंह राजीव संजीव वर्मा मयंक साहू हरिशंकर साहू संजय साहू अजय कुमार कमलेश मिश्रा कामिनी तिवारी सहायता शर्मा अर्चना चौहान करुणा सोलंकी साधना सोलंकी राखी साहू मोना चौधरी गुड्डी गुप्ता डॉ सनत द्विवेदी अभिषेक अंकित अमर साहू लक्ष्मी शर्मा लक्ष्मी गुप्ता अनुराधा सक्सेना धर्मेंद्र सक्सेना कौशल सोलंकी धीरेंद्र सोलंकी आदि सैकड़ों राम भक्तों ने राम जी की आरती कर प्रसाद पाया