नई दिल्ली, 12 अगस्त 2023: उपभोक्ता कार्य विभाग ने इस वर्ष बफर के लिए खरीदे गए 3.00 लाख मीट्रिक टन प्याज से स्टॉक जारी करने का निर्णय लिया है। विभाग के सचिव श्री रोहित कुमार सिंह ने 10 अगस्त, 2023 को नेफेड और एनसीसीएफ के प्रबंध निदेशकों के साथ बैठक की और निपटान के तौर-तरीकों को अंतिम रूप दिया।
इस निर्णय के तहत, प्याज के स्टॉक को उन राज्यों या क्षेत्रों के प्रमुख बाजारों में जारी किया जाएगा, जहां खुदरा कीमतें अखिल भारतीय औसत से ऊपर चल रही हैं और पिछले महीने और वर्ष की तुलना में कीमतों में वृद्धि की दर सीमा स्तर से ऊपर है। इसके साथ ही, ई-नीलामी के माध्यम से निपटान और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों पर खुदरा बिक्री की भी प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
उपभोक्ताओं के लिए सस्ती कीमतों पर प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से निपटान की मात्रा और गति को कीमतों और उपलब्धता स्थितियों के साथ भी समायोजित किया जाएगा।
बफर के लिए 3 लाख मीट्रिक टन प्याज की खरीद की गई
चालू वर्ष में बफर के लिए कुल 3.00 लाख मीट्रिक टन प्याज की खरीद की गई है, जिसे स्थिति की मांग होने पर और बढ़ाया जा सकता है। दो केंद्रीय नोडल एजेंसियों, अर्थात, नेफेड और एनसीसीएफ ने जून और जुलाई के दौरान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से 1.50 लाख मीट्रिक टन रबी प्याज की खरीद की थी। इस वर्ष, भंडारण हानि को कम करने के उद्देश्य से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बीएआरसी) के सहयोग से पायलट आधार पर प्याज का विकिरण भी शुरू किया गया था। लगभग 1,000 मीट्रिक टन प्याज का विकिरण किया गया था और नियंत्रित वातावरण भंडारण में संग्रहीत किया गया था।
सरकार का प्रयास कीमतों में स्थिरता को बनाए रखने का
सरकार प्याज की कीमतों में अस्थिरता को रोकने के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष के तहत प्याज बफर बनाए रख रही है। वार्षिक बफर का निर्माण कमजोर मौसम के दौरान प्रमुख खपत केंद्रों में जारी करने के लिए रबी की फसल से प्याज की खरीदकर किया गया है। पिछले चार वर्षों में प्याज के बफर की मात्रा तीन गुना बढ़कर 2020-21 में 1.00 लाख मीट्रिक टन से 2023-24 में 3.00 लाख मीट्रिक टन तक पहुँच गई है।
महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई प्याज बफर ने
प्याज बफर ने उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित करने और मूल्य स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह कदम न केवल किसानों को उनकी मेहनत का उचित मूल्य प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होता है, बल्कि साथ ही उपभोक्ताओं को भी सस्ते दामों पर उपलब्ध प्याज की सुनिश्चितता प्रदान करता है।
इस निर्णय से न सिर्फ खुदरा कीमतों की निगरानी की जा सकेगी, बल्कि ई-नीलामी और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों के माध्यम से बिक्री की प्रक्रिया को भी सुविधाजनक बनाया जाएगा।
उपभोक्ता कार्य विभाग के इस प्रयास से प्याज की कीमतों में स्थिरता बनाए रखने में मदद मिलेगी और लोगों को सस्ते में उपलब्ध प्याज का आनंद लेने का मौका मिलेगा।