टाटा प्ले और एनएसआईएल के सहयोग से भारत में जीसेट-24 उपग्रह का सफल प्रक्षेपण|| मेक इन इंडिया' की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा

नई दिल्ली:माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत, न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) ने जून 2022 में टाटा प्ले के साथ मिलकर जीसेट-24 उपग्रह का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। यह उपग्रह प्रधानमंत्री जी की 'मेक इन इंडिया' अभियान के सिद्धांतों से प्रेरित होकर बनाया गया है। टाटा प्ले ने इसकी क्षमता का उपयोग करके उपग्रह के विभिन्न चैनलों का प्रसारण आज से शुरू किया है।

इस अवसर पर, उद्घाटन समारोह नई दिल्ली में टाटा प्ले के प्रसारण केंद्र में आयोजित किया गया था। सूचना और प्रसारण सचिव, श्री अपूर्व चंद्रा ने उपग्रह के सफल प्रक्षेपण के लिए अंतरिक्ष विभाग (डीओएस) और टाटा प्ले को बधाई दी। इस उपग्रह के शामिल होने से, टाटा प्ले की चैनलों की संख्या 600 से बढ़कर 900 हो गई है, जिससे यह अब पूरे देश में अधिक लोगों के लिए उपलब्ध होगा। यह उपग्रह पूर्वोत्तर के पहाड़ी क्षेत्रों सहित अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी सेवाएं प्रदान करने की क्षमता रखेगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष, श्री एस. सोमनाथ ने इस महत्वपूर्ण कदम की सराहना की और बताया कि यह उपग्रह भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में एक क्रांति का प्रतीक है, जो मेक इन इंडिया के सिद्धांतों को परिपूर्ण करता है।

एनएसआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, श्री राधाकृष्णन दुरैराज ने इस उपग्रह के महत्व को बताया और इसे भारत के दूरसंचार क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत के रूप में वर्णित किया।

टाटा प्ले के एमडी और सीईओ, श्री हरित नागपाल ने इस सहयोग के महत्व को बताया और बताया कि इसके माध्यम से वे डीटीएच ग्राहकों को बेहतर गुणवत्ता वाली वीडियो और ऑडियो सेवाएं प्रदान करने की क्षमता प्रदान कर सकेंगे।

जीसेट-24 एक 24-केयू बैंड संचार उपग्रह है जिसका प्रयोग केवल टाटा प्ले की डीटीएच सेवाओं को सुधारने के लिए किया गया है। इससे टाटा प्ले अपने ग्राहकों को बेहतर गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान कर सकेगा और डीटीएच प्लेटफॉर्मों में सबसे बड़ा उपग्रह बैंडविड्थ प्रदान करने में सक्षम होगा।

इस सफल परियोजना के लिए एनएसआईएल, इसरो और टाटा प्ले की टीमों को समर्थन और बधाई जाती है, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण कदम की संभावनाओं को हकीकत में बदलने में मदद की है।

इस सफल प्रक्षेपण के माध्यम से, टाटा प्ले और इसरो ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है जो भारत को अंतरिक्ष और संचार के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगा।