नई दिल्ली, 14 अगस्त 2023: कल 15 अगस्त को भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की 77वीं वर्षगांठ पर दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से स्वतंत्रता दिवस का उत्सव मनाएंगे। इस महत्वपूर्ण समारोह में, वह राष्ट्रीय ध्वज को फहराएंगे और इस ऐतिहासिक स्मारक के प्राचीनतम द्वार से राष्ट्र को संबोधित करेंगे।
'आजादी का अमृत महोत्सव' का शुभारंभ प्रधानमंत्री ने 2021 में गुजरात के अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से किया था, देश ने फिर से एक साथ आकर 'अमृत काल' की दिशा में कदम बढ़ाया। उनका सपना है कि 2047 तक भारत को एक विकसित और मजबूत राष्ट्र बनाया जाए, और उन्होंने इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए देश को नए उत्साह के साथ 'अमृत काल' में प्रवेश कराने का संकल्प लिया।
इस खास मौके पर, देश भर से विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 1800 लोगों को और उनके साथियों को विशिष्ट अतिथि के रूप में लाल किले में आयोजित समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह पहल, सरकार के 'जनभागीदारी' के सिद्धांत को मजबूती देगी।
इन विशिष्ट अतिथियों में से 660 से अधिक सरपंच, 250 किसान, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के प्रतिभागी, श्रम योगी, खादी कार्यकर्ता, सड़क निर्माण और जल योजनाओं के कामकाजी भी शामिल हैं। कुछ विशिष्ट अतिथि भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे वह - राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का दौरा करेंगेऔर रक्षा राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट से मुलाकात भी करेंगे।
साथ ही, प्रत्येक राज्य और केंद्र-शासित प्रदेश से 75 जोड़ों को भी लाल किले में समारोह को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके साथ ही, सरकार ने विभिन्न स्थानों पर स्वच्छता, शिक्षा, ऊर्जा, डिजिटल भारत, उज्ज्वला योजना, स्वच्छ भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना और जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं के सेल्फी प्वाइंट भी स्थापित किए हैं।
इन सभी पहलुओं से यह स्पष्ट होता है कि हम सभी मिलकर नए और मजबूत भारत की दिशा में अग्रसर हो रहे हैं, जो विकास, सामर्थ्य और सशक्ति के साथ नये दौर की ओर बढ़ रहा है । इस महान उत्सव के माध्यम से, हम सभी एक महत्वपूर्ण संकल्प लेते हैं कि हम आगे बढ़कर भारत को उन्नति की नई ऊचाइयों तक पहुँचाएंगे।