पंकज पाराशर छतरपुर✍️
मध्य प्रदेश में छतरपुर जिले की सबसे बड़ी नगर पालिका परिषद छतरपुर इन दोनों विकास से अछूती है l लोगों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस ना पड़ रहा है, केंद्र व राज्य की प्रमुख योजनाएं कागजों में संचालित करके बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है l कई निर्माण कार्यों को कागजों में दर्शाकर राशि निकाल दी गई है, न्यू कॉलोनी से वार्ड नंबर 34 में नगर सेठ के घर तक पेवर्स बिछाए गए हैं, उक्त पेवरेस का भुगतान तीन बार किया जा चुका है। इसी तरह पार्कों में सौंदर्यकरण के नाम पर लाखों रुपए की राशि डकार ली गई है। डाकखाना चौराहा बस स्टैंड चौक शहर की जो सुंदरता थी उसको बिगाड़ कर रखी और अधूरे निर्माण कार्य पड़े हुए तो वही राम जानकी कुंड भी अधूरा पड़ा हुआ है। लगभग नगर पालिका परिषद छतरपुर में स्वीकृत सारे निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं लेकिन कागजों में पूर्णता करके उनकी राशि निकाल ली गई है l अध्यक्ष के द्वारा चुनाव में जो राशि खर्च की गई है उसकी भरपाई में ही पूरा तंत्र चलाया जा रहा है, कैसे भी करके चुनाव की राशि को वसूल की जाए।
अहंकारी है सीएमओ मैडम
नगर पालिका परिषद छतरपुर में प्रमुख पद सीएमओ का भी माना जाता है, जो सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को मुहैया किया जाना होता है l रोजाना सैकड़ो लोक नगर पालिका परिषद में सीएमओ से अपनी फरियाद सुनने को आते हैं लेकिन सीएमओ के द्वारा लोगों की फरियाद नहीं सुनी जाती है l सैकड़ो लोगो ने बताया है कि वह बीते कई दिनों से सीएमओ से मिलकर अपनी फरियाद सुनना चाह रहे हैं लेकिन चपरासियों के द्वारा भगा दिया जाता है। यही हाल अध्यक्ष का है अध्यक्ष फाइल ऑन से हस्ताक्षर वास करती है, बाकी अध्यक्ष के पति के द्वारा ही ठेकेदारों से सांठ गांठ करके वसूली की जा रही है l उक्त गंभीर आरोप शहरवासियों के द्वारा लगाए जा रहे। चर्चा है कि बहुत जल्द ही वार्ड पार्षदों के द्वारा भोपाल में डेरा डालकर अध्यक्ष को बदलने की मांग की जाएगी।