नई दिल्ली केंद्रीय मंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने आज बेंगलुरु में डिजिटल इंडिया डायलॉग्स सत्र को संबोधित किया, जिसमें आईटी हार्डवेयर के लिए संशोधित उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना पर ध्यान केंद्रित किया गया।
सत्र में तकनीकी उद्योग के हितधारकों, जैसे विशेषज्ञ, उद्योग प्रतिनिधि और स्टार्टअप शामिल हुए। मंत्री महोदय ने इकोसिस्टम में सुधार पर उनके प्रश्नों का समाधान करते हुए सक्रिय रूप से उनके साथ बातचीत की।
सत्र को संबोधित करते हुए मंत्री महोदय ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, सरकार भारत में तेजी से बढ़ते सर्वर और आईटी हार्डवेयर विनिर्माण इकोसिस्टम को बनाने के लिए स्टार्टअप, उद्योग और शिक्षा जगत के साथ मिलकर काम कर रही है। हमारी महत्वाकांक्षाएं स्पष्ट हैं- 2026 तक $300 बिलियन का इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग और $1 ट्रिलियन की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनाना। सरकार भारत का आईटी हार्डवेयर इकोसिस्टम, जिसमें डेटा सेंटर, सर्वर आदि शामिल हैं, को उत्प्रेरित करने में एक प्रवर्तक के रूप में कार्य करेगा। आईटी हार्डवेयर के लिए यह पीएलआई योजना सावधानीपूर्वक बनाई गई है और इस बार इसे उद्योग से मिली जानकारी के साथ डिज़ाइन किया गया है। भारत इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण इकोसिस्टम में सबसे तेजी से बढ़ते उपभोक्ता बाजारों में से एक का प्रतिनिधित्व करता है क्योंकि हमने अपनी अर्थव्यवस्था, सरकार और सार्वजनिक सेवाओं को अभूतपूर्व दर से डिजिटलीकृत किया है।
चर्चाएं देश में उद्यमों और स्टार्टअप को अपनी उपस्थिति का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए इकोसिस्टम के तैयार करने को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित थीं।
मंत्री महोदय ने कहा, "हालांकि हम भारत में अपना आधार स्थापित करने के लिए बड़ी विदेशी कंपनियों का स्वागत करते हैं, हम उद्योग को प्रोत्साहनों से लाभ उठाने और भारत में ईएमएस इकोसिस्टम का विस्तार करने में भी सक्षम बना रहे हैं।"