राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर (एनएमएचसी), जिसका निर्माण लोथल (गुजरात) के ऐतिहासिक सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में किया जा रहा है, में “ भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक का उद्भव” विषय-वस्तु पर एक गैलरी की योजना बनाने, विकास, निर्माण तथा प्रारंभ किए जाने के लिए 02 जुलाई, 2023 को गांधीनगर में भारतीय तटरक्षक और भारतीय नौसेना तथा इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल, गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एवं रसायन एवं उवर्रक मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग और पर्यटन राज्यमंत्री श्री श्रीपद येसो नाइक की उपस्थिति में किया गया। अपर महानिदेशक श्री राकेश पाल, पीटीएम, टीएम सहित भारतीय तटरक्षक, भारतीय नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
केंद्र सरकार पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के तत्वाधान में लोथल (गुजरात) के ऐतिहासिक सिंधु घाटी सभ्यता क्षेत्र में राष्ट्रीय सामुद्रिक विरासत परिसर (एनएमएचसी) का निर्माण कर रही है। एनएमएचसी परियोजना के लिए आधारशिला प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा मार्च 2019 में रखी गई थी।
इसमें एक सामुद्रिक संग्रहालय, लाईट हाउस संग्रहालय, सामुद्रिक थीम पार्क, एम्यूजमेंट पार्क सेंटर शामिल होंगे। एनएमएचसी भारत की सामुद्रिक विरासत के बारे में जागरूकता का प्रसार करने के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए एक शिक्षा और मनोरंजन वाले दृष्टिकोण को अपनाते हुए प्राचीन से आधुनिक समय तक देश की सामुद्रिक विरासत को प्रदर्शित करेगा।
इसमें हड़प्पायुगीन ढ़ांचा और जीवनशैली रिक्रिएट करने के लिए लोथल मिनि रिक्रिएशन; 4 थीम पार्क–मेमोरियल थीम पार्क, मेरिटाइम एवं नेवी थीम पार्क, क्लाइमेट थीम पार्क और एडवेंचर तथा एम्यूजमेंट थीम पार्क; हड़प्पा के समय से शुरू आज तक की भारत की सामुद्रिक विरासत को रेखांकित करती हुए 14 गैलरी; राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की विविध सामुद्रिक विरासत को प्रदर्शित करता हुआ तटीय राज्य पवेलियन आदि जैसी कई नवोन्मेषी और अनूठी विशेषताएं शामिल रहेंगी।