विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस मनाया गया

नई दिल्ली सिकल सेल रोग (SCD) और दुनिया भर में व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस मनाया जाता है। सिकल सेल रोग एक आनुवंशिक रक्त विकार है जो असामान्य लाल रक्त कोशिकाओं की विशेषता है जो एक वर्धमान या सिकल आकार लेते हैं और ये अनियमित आकार की कोशिकाएं रक्त वाहिकाओं में रुकावट पैदा कर सकती हैं, जिससे कई तरह के स्वास्थ्य हो सकते हैं।जटिलताओं। इस वर्ष विश्व सिकल रोग दिवस की थीम 'वैश्विक सिकल सेल समुदायों का निर्माण और मजबूती, नवजात शिशु की स्क्रीनिंग को औपचारिक बनाना और अपने सिकल सेल रोग की स्थिति जानना' है। विषय सिकल सेल रोग से लड़ने में शिशुओं और वयस्कों में जीनोटाइप को समझने के पहले चरण को पहचानने के बारे में है। विषय सिकल सेल रोग की स्थिति की पहचान करने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करने का भी आग्रह करता है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के तहत विकलांग व्यक्तियों के अधिकारिता विभाग (DEPwD) देश के विकलांग व्यक्तियों के सभी विकास एजेंडे को देखने के लिए नोडल निकाय है। जनता के बीच सिकल सेल रोग के बारे में जागरूकता पैदा करने की दृष्टि से विभाग ने विश्व सिकल सेल रोग दिवस मनाया इससे जुड़ी संस्थाओं के माध्यम से पूरे भारत में 30 से अधिक स्थानों पर विभिन्न आयोजन कर रही है। विश्व सिकल सेल रोग दिवस जागरूकता सृजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्तर पर सेमिनार और कार्यशालाएं, ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम, वेबिनार निबंध और पोस्टर बनाने की प्रतियोगिता का निरीक्षण करने के लिए देश भर में कुछ गतिविधियों का आयोजन किया गया।