नई दिल्ली सामाजिक बुराइयों का मुकाबला करने के लिए स्वामी दयानंद सरस्वती की दृष्टि और कार्रवाई आज भी प्रासंगिक बनी हुई है, और बेटी बचाओ बेटी पढाओ और नई शिक्षा नीति जैसी सरकारी पहलों में प्रतिध्वनित होती है। आज नई दिल्ली में स्वामी दयानंद सरस्वती की 200 वीं जयंती पर एक स्मारक डाक टिकट जारी करने के दौरान उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने इस बात पर प्रकाश डाला। उन्होंने अस्पृश्यता जैसी सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन और शिक्षा के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए स्वामी दयानंद जी के समर्पित प्रयासों का उल्लेख किया, जो स्वतंत्र भारत में सामाजिक कल्याण की नींव बना रहे हैं।