नई दिल्ली "भारतीय संदर्भ में, 'अंत्योदय' का अर्थ है कि हमें समाज में अंतिम व्यक्ति के उत्थान और विकास को सुनिश्चित करना है"। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने आज नागपुर में सिविल-20 इंसेप्शन मीट के समापन समारोह में यह बात कही। उन्होंने आगे कहा कि नैतिकता, अर्थव्यवस्था, पारिस्थितिकी और पर्यावरण समाज के तीन स्तंभ हैं। सत्र के गणमान्य व्यक्तियों में CIVIL20 इंडिया 2023 के अध्यक्ष माता अमृतानंदमयी, रामभाऊ म्हालगी प्रबोधिनी के उपाध्यक्ष और सिविल20 इंडिया 2023 के संरक्षक डॉ. विनय सहस्रबुद्धे; संयुक्त सचिव (जी-20), विदेश मंत्रालय और सूस-शेरपा, जी-20 भारत के राजदूत अभय ठाकुर, विवेकानंद केंद्र की अखिल भारतीय उपाध्यक्ष कन्याकुमारी निवेदिता भिडे सहित अन्य। CIVIL20 इंडिया 2023 इंसेप्शन मीट के समापन सत्र की अध्यक्षता शेरपा, CIVIL20 इंडिया 2023 और पूर्व राजदूत विजय नांबियार ने की।
इस अवसर पर बोलते हुए, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह भी कहा कि लक्ष्य 2070 से पहले भारत को कार्बन-तटस्थ देश बनाना है। उन्होंने कहा कि भारत अब हरित ईंधन की ओर जीवाश्म ईंधन के वैकल्पिक स्रोतों की ओर बढ़ रहा है। बायो-इथेनॉल विभिन्न स्रोतों से बनाया जा रहा है। टिकाऊ नीतियों के तहत, नई दिल्ली में सड़क निर्माण में 20 लाख टन कचरे का उपयोग किया जा रहा है, उन्होंने एक उदाहरण के रूप में कहा। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि ये सभी हरित विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप हैं। उन्होंने कहा कि सरकार 'सबका साथ सबका विकास' का अभ्यास करती है और समावेशी विकास इसका विषय है।