नई दिल्ली भारत की जी-20 की अध्यक्षता को मद्देनजर रखते हुये संचार मंत्रालय के अधीन डाक विभाग ने “पोस्टल सर्विसेस – अ टूल फॉर ग्लोबल सोशियो-इकोनॉमिक डेवलप्मेंट एंड कनेक्ट” (डाक सेवाएं – वैश्विक सामाजिक-आर्थिक विकास और संपर्क के लिए एक माध्यम) विषय पर गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया। हाइब्रिड प्रारूप में होने वाली पैनल चर्चा में जी-20 सदस्य देशों व आमंत्रित देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले मंत्रियों, डाक संचालकों, विदेश मंत्रालय, डाक विभाग, एशियन पैसेफिक पोस्टल यूनियन, यूनीवर्सल पोस्टल यूनियन और एपीपीयू के सदस्यों सहित डाक सेक्टर के अन्य हितधारकों ने सक्रिय हिस्सा लिया। कार्यक्रम का आयोजन भारत की राष्ट्रीय डाक टिकट प्रदर्शनीः ‘अमृतपेक्स 2023’ के क्रम में हुआ था। डाक टिकटों के जरिये देशों के इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों को पेश करने के माध्यम के रूप में एक विशिष्ट जी-20 प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।
गोलमेज सम्मेलन और पैनल चर्चा
गोलमेज सम्मेलन में डाक सेक्टर और विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रमुख वक्ताः
- श्री विनीत पाण्डेय, सचिव (डाक विभाग),
- श्री मुक्तेश के. परदेशी, विशेष सचिव, जी-20 संचालन,
- श्री मार्जन ऑस्वाल्ड, उप महानिदेशक, यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन,
- डॉ. विनय प्रकाश सिंह, महासचिव, एशियन-पैसिफ़िक पोस्टल यूनियन (एपीपीयू),
- सुश्री मैरी पी एंडरसन, कार्यकारी निदेशक अंतर्राष्ट्रीय डाक मामले, यूनाइटेड स्टेट्स पोस्टल सर्विसेज (यूएसपीएस), अमेरिका
- श्री ज्यां-पॉल फोर्सविले, निदेशक, यूरोपीय और अंतर्राष्ट्रीय संबंध, ला पोस्टे, फ्रांस,
- डॉ. अनिरुद्ध बंसोड़, सीईओ, पोस्ट फिजी और
- श्री राजीव वेणुगोपाल, महाप्रबंधक, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, कनाडा पोस्ट।
भारत सरकार के सचिव और डाक सेवा बोर्ड के अध्यक्ष श्री विनीत पाण्डेय ने आरंभिक वक्तव्य दिया, जिसमें उन्होंने भारत की जी-20 अध्यक्षता, यूपीयू मिशन के साथ उसके जुड़ाव और जी-20 के उद्देश्यों की दिशा को रेखांकित किया।
पैनल सदस्यों ने गोललमेज सम्मेलन और पैनल चर्चा की मुख्य विषयवस्तु के तहत विभिन्न क्षेत्रों व उप-विषयों पर अपने दृष्टिकोणों, अनुभवों तथा भावी नजरिये को साझा किया।