मुंबई में जी20 विकास कार्य समूह की बैठक का पहला दिन


नई दिल्ली भारत की अध्यक्षता के अंतर्गत जी20 की विकास कार्य समूह (डीडब्ल्यूजी) की पहली बैठक वर्तमान में मुंबई में चल रही है। इसके सदस्य, अतिथि देश और आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठन व्यक्तिगत रूप से इस बैठक में भाग ले रहे हैं।

तीन दिवसीय विकास कार्य समूह की बैठक सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर प्रगति में और तेजी लाने के लिए जी20 के सामूहिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ ही खाद्य, ईंधन एवं उर्वरक सुरक्षा से संबंधित तत्काल चिंताओं से निपटने में भी विकासशील देशों को समर्थन देगी।

 

बैठक के पहले दिन "विकास के लिए डेटा (डी4डी) : 2030 के एजेंडा को आगे बढ़ाने में जी20 की भूमिका" और "हरित विकास में नए जीवन (एलआईएफई) का संचार" पर अलग से दो कार्यक्रम आयोजित किए गए।

डी4डी पर अलग से कार्यक्रमों का आयोजन संयुक्त राष्ट्र महासचिव के दूत प्रौद्योगिकी (ओएसईटी) कार्यालय के अंतर्गत पर्यवेक्षक शोध संस्थान (ओआरएफ ) तथा व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (यूएनसीटीएडी) के सहयोग से किया गया था। भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान शेरपा ट्रैक के अंतर्गत विकास कार्य समूह में होने वाले विकास के लिए डेटा (डेटा फॉर डेवलपमेंट – डी4डी) पर आगे के विचार-विमर्श हेतु इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई थी।

डी4डी पर सत्र भारत के जी20 शेरपा श्री अमिताभ कांत के स्वागत भाषण के साथ शुरू हुआ। अपने संबोधन में श्री कांत ने नागरिकों, विकासशील देशों, यहां तक कि विकसित देशों के जीवन में बदलाव के लिए अच्छी गुणवत्ता, वास्तविक समय और सुलभ डेटा के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि डेटा हर राजनीतिक नेता तथा हर सरकारी कर्मचारी को अपने लोगों के प्रति उत्तरदायी बनाएगा।