नई दिल्ली, भाजपा सरकार की जन विरोधी कारपोरेट परस्त सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ एवं मजदूरों किसानों के अधिकारों पर सी.आई.टी.यू., अखिल भारतीय किसान सभा, खेत मजदूर यूनियन ने 5 सितंबर 2022 को तालकटोरा स्टेडियम नई दिल्ली पर मजदूर किसान अधिकार महाअधिवेशन का आयोजन किया। जिसमें देशभर से हजारों की संख्या में मजदूरों किसानों व खेत मजदूरों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
कन्वेंशन को सीटू के राष्ट्रीय नेता कामरेड तपन सेंन, डा. के हेमलता, एम एल मलकोटिया, किसान सभा के राष्ट्रीय नेता कामरेड हनान मौला, कामरेड धंवले, अमराराम व खेत मजदूर यूनियन सहित कई राष्ट्रीय फेडरेशन के राष्ट्रीय नेताओं ने संबोधित किया।
कन्वेंशन में नोएडा व ग्रेटर नोएडा से सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा, रामसागर, महेंद्र सिंह, मुकेश कुमार राघव, राम स्वारथ, सुखलाल, धर्मेंद्र सहित दर्जनों सीटू कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सीटू नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा ने बताया है कि महाधिवेशन में सभी कामगारों को न्यूनतम वेतन ₹26000 और पेंशन ₹10000 सुनिश्चित करने, ठेकेदारी प्रथा बंद करने, अग्निपथ योजना को रद्द करने। चार श्रम संहिताओं को समाप्त करने और विद्युत संशोधन विधेयक 2022 को वापस लेने। महंगाई पर रोक लगाकर खाद्य पदार्थों और आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी वापस लेने, पेट्रोल- डीजल, मिट्टी के तेल, खाना पकाने की गैस पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कटौती करने। सभी नागरिकों के लिए आवास सुनिश्चित करने आदि 14 सूत्रीय मांग पत्र पारित किया गया। साथ ही आगामी दिनों के लिए योजनाबद्ध तरीके से व्यापक स्तर पर जन अभियान चलाते हुए संसद के बजट सत्र के दौरान 2023 में दिल्ली में बड़ी मजदूर किसान संघर्ष रैली करने का ऐलान कन्वेंशन से किया गया।