नई दिल्ली ।आइए हम अपना दृष्टिकोण बदलें क्योंकि हम काम करने के लिए अपने घरों से बाहर निकलते हैं। एक सकारात्मक दृष्टिकोण और स्वस्थ मानसिक ढांचा समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ स्वस्थ और प्रगतिशील राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण निर्माण खंड हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने यह बात आज केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार के साथ केन्द्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के वरिष्ठ प्रशासनिक चिकित्सा अधिकारियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के मार्गदर्शन में पारस्परिक संचार, प्रशासन और प्रौद्योगिकी के उपयोग में कौशल वृद्धि और उन्नयन के लिए सीजीएचएस अधिकारियों के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संस्थान (एनआईएचएफडब्ल्यू) में एक सप्ताह का प्रशिक्षण और ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
डॉ. मनसुख मांडविया ने पारस्परिक संचार और शिकायत निवारण के लिए एक मजबूत उपाय के रूप में "संवाद" के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वे संगठन और व्यक्ति जो सीखने की स्थिति में हैं वे हमेशा प्रगति करेंगे। हम हमेशा एक "विद्यार्थी भाव" से ही लाभान्वित होंगे। जहां हम ज्ञान, नई अंतर्दृष्टि और एक-दूसरे से सीखने के लिए स्वतंत्र हैं। डॉ. मांडविया ने कहा कि सहानुभूति, देखभाल और संयत कौशल हमारी तकनीकी और नैदानिक क्षमताओं में बढोत्तरी और कुशलता लाते हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सकारात्मक दृष्टिकोण से कई चुनौतियों का समाधान किया जाता है। उन्होंने काम के प्रति अपने दृष्टिकोण को बढ़ाने के लिए सुझावों का महत्व बताने के लिए अपने अनुभव साझा किए।