चाबहार के मध्य एशिया, दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया के लिए एक वाहक के रूप में कार्य करने की संभावना क्षेत्र में व्यापार क्षमता खोलने के लिए बुनियादी आवश्‍यकता है

केन्‍द्रीय बंदरगाह, नौवहन, जलमार्ग और आयुष मंत्री, श्री सर्बानंद सोनोवाल ने ईरान के उप राष्‍ट्रपति महामहिम, मोहम्मद मोखबर से तेहरान में मुलाकात की। दोनों नेताओं ने भारत-और ईरान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के बारे में चर्चा की। भारत के साथ संबंधों के लिए ईरान के विशेष प्रतिनिधि, उप राष्‍ट्रपति ने भारत के नौवहन मंत्री की यात्रा की सराहना की क्योंकि यह दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करता है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि चाबहार बंदरगाह के विकास से व्यापार और जहाज में माल की लदाई की मात्रा में वृद्धि होगी। केन्‍द्रीय मंत्री ने भी चाबहार बंदरगाह को व्यापार नौवहन के क्षेत्रीय विकास का जरिया बनाने के लिए आगे उठाए जाने वाले कदमों पर दोनों पक्षों के सहयोग करने के महत्व पर बल दिया।

ईरान के उप राष्‍ट्रपति के साथ अपनी मुलाकात के बाद श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, "ईरान के महामहिम उपराष्ट्रपति, श्री मोहम्मद मोखबर से मिलकर बेहद प्रसन्नता हुई, जहां हमने भारत और ईरान के जोशपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों और संसाधनों पर चर्चा की। हम ईरान के साथ अपने गतिशील संबंधों को मजबूत करना जारी रखेंगे। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी जी ने मुझे आपसी हितों के लिए लाभकारी संबंधों का विस्‍तार करने तथा उन्‍हें और गहरा करने के लिए उच्चतम स्तर की प्रतिबद्धता के बारे में बात करने को कहा है।”

 

इससे पहले, श्री सोनोवाल ने ईरान के सड़क और शहरी विकास मंत्री, रोस्तम घासेमी के साथ एक द्विपक्षीय बैठक में भाग लिया। इस अवसर पर, दोनों देशों ने समुद्र से यात्रा के लिए प्रशिक्षण, प्रमाणन और निगरानी मानकों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (1978) के प्रावधानों के अनुसार दोनों देशों के समुद्र से यात्रा करने वालों की मदद के लिए असीमित यात्राओं के योग्यता प्रमाण पत्र की मान्यता पर एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।