ग्रेटर नोएडा : कोतवाली बीटा-2 पुलिस ने बंद घरों की रेकी करके चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश करके एक नाबालिग समेत 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इन बदमाशों के कब्जे से जज और वकील और बैंक मैनेजर के घरों से चोरी किये गये सोने-चांदी की ज्वैलरी और अन्य सामान कें साथ चोरी के लिये इस्तेमाल किये जाने उपकरण बरामद किये हैं। बरामद माल की कीमत करीब आठ लाख रुपए बताई जा रही है।
पुलिस की गिरफ्त में खड़े पंकज, तरुण, करण उर्फ पुतला, राकेश, सूरज और अजय चोरों के शातिर गैंग के सदस्य हैं, जो दिन में रेहड़ी पटरी लगाने का काम करता था और इस दौरान घरों की रेकी कर रात को चोरी की वारदात को अंजाम देता था. ग्रेटर नोएडा के डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि पकड़े गए चोरों से पूछताछ के दौरान पता चला कि इन लोगों ने 20 मई को बीटा-1 में रहने वाले इलाहाबाद फैमिली कोर्ट के जज के घर को निशाना बनाया था. इस घर से इस गैंग ने लैपटॉप, सोने चांदी के जेवरात 50 हजार कैश और अन्य सामान चोरी किया था. उसके बाद इस गैंग ने कई चोरी की वारदातों को अंजाम दिया. जिनमें 28 जून को अंसल हाउसिंग सोसायटी में सुप्रीम कोर्ट के एक वकील के घर चोरी, 12 अगस्त को अंसल गोल्फ लिंक सिटी में बैंक मैनेजर के घर से सोने की जेवरात और नगदी चोरी, 27 अगस्त को अंसल हाउसिंग के घर निशाना बनाया था. 29 अगस्त को जब यह बदमाश चोरी की वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे तभी पुलिस ने उन्हें दबोच लिया है.
डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि के सदस्य काफी पतले दुबले हैं, जो खिड़की, एग्जास्ट जैसे घर में प्रवेश और जेवरात और नगदी लेकर फरार हो जाते थे. घर में प्रवेश करने के लिए यह एक नाबालिग बच्चे का भी इस्तेमाल करते थे. इन बदमाशों के निशाने पर घर की नकदी जेवरात के अलावा घर में लगे नल भी रहते थे. चोरी के जेवरात यह सीधे सुनारों के पास बेच देते थे जबकि लोहे और नल कबाडियो बेचते थे इनका इन्हें अच्छा मूल्य मिल जाता था.
पुलिस अब सुनारो और उन कबाडियो की तलाश में जुटी है जो इनसे चोरी का माल खरीदते थे पुलिस का कहना है कि अभी कई आरोपी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है पुलिस इन का अपराधिक इतिहास खंगाल रही है.