नई दिल्ली मध्य प्रदेश के राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल ने आज मंडला मध्य प्रदेश में पांचवे आदि महोत्सव का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय जनजातीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा, केन्द्रीय इस्पात राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, मध्यप्रदेश सरकार के मंत्रीगण; केन्द्रीय जनजातीय मंत्रालय एवं राज्य जनजातीय विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।
राज्यपाल श्री पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि जनजातीय समुदाय प्रकृति के सच्चे सपूत और मातृभूमि के गौरव हैं। उन्होंने मंच से आदिवासी जन नायकों बिरसामुण्डा, टंट्याभील, गौंड़ राजाओं तथा स्वतंत्रता सेनानियों एवं उनके पूर्वजों के बारे में जिक्र किया और कहा कि आज आदिवासी वर्गों को समाज में आगे लाने के लिए बेटा-बेटी की अनिवार्य शिक्षा की ओर ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे वह समाज की मुख्य धारा से जुड़कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकें। आदिवासी समाज को शिक्षित होने के साथ-साथ सभी तरह के नशे का त्याग कर अपने परिवार व समाज को आगे बढ़ाना होगा। राज्यपाल श्री पटेल ने सिवनी जिले में हुई घटना पर दुःख व्यक्त कर मृत आदिवासियों को श्रद्धांजली दी तथा शोक संवेदना व्यक्त की।
मध्य प्रदेश के अपने दो दिवसीय अधिकारिक दौरे के दूसरे दिन केन्द्रीय जनजातीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा ने आज आदि महोत्सव के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमें गोंडवाना के गौरवशाली इतिहास, अपनी संस्कृति और अपने पूर्वजों के बलिदानों पर गर्व होना चाहिये। हमारे पूर्वजों ने अपनी संस्कृति, मिट्टी और अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया है। हमें पूर्वजों के उन्ही बलिदानों से प्रेरणा लेकर समाज में व्याप्त कुरीतियों, अशिक्षा और गरीबी को दूर करने तथा अपनी गौरवशाली संस्कृति की रक्षा का संकल्प लेकर कार्य करने की आवश्यकता है।
केंद्रीय राज्यमंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपने स्वागत उद्बोधन में गोंडवाना साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास तथा आदि उत्सव कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न राज्यों से आए जनजातीय प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि, लोक कलाकारों तथा उपस्थित आमजनों का स्वागत किया। जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने अपने उद्बोधन में प्रदेश शासन द्वारा जनजातीय विकास के लिए चलाई जा रही शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय वर्ग को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने एवं उनके विकास के लिए कृतसंकल्पित है। सुश्री सिंह ने देश-प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आदि उत्सव में शामिल हुए जनजातीय समुदाय के प्रतिनिधियों से अपनी संस्कृति एवं परम्पराओं को सहेजने और अक्षुण्ण बनाये रखने की बात कही। आदि उत्सव शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए पशुपालन एवं सामाजिक न्याय मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने कहा कि जनजातीय लोक संस्कृति एवं उनकी परंपराओं को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए आदि उत्सव जैसे कार्यक्रम महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने आदि उत्सव कार्यक्रम का विगत 5 वर्षों से सफल आयोजन करने पर केन्द्रीय मंत्री श्री कुलस्ते की सराहना की।
प्रदेश शासन के खाद्य आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण एवं मंडला जिले के प्रभारी मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि गोंडवाना साम्राज्य का लगभग 1400 वर्षों का अपना गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय सीधे रूप से प्रकृति से जुड़े हैं इनकी संस्कृति और परम्परायें अन्य समुदाय से अलग हैं। श्री सिंह ने मध्यप्रदेश के जनजातीय परिदृश्य, भौगोलिक वितरण तथा प्रशासकीय व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने रामनगर की भूमि को सभी आदिजनों के लिए पवित्र एवं ऐतिहासिक बताया।