नई दिल्ली :केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव ने कहा है कि सुंदर राज्य तमिलनाडु के लोगों की संस्कृति और समृद्ध परंपरा के प्रति लगाव ने क्षेत्र की अनूठी जैव विविधता को संरक्षित किया है। मंत्री महोदय ने आज चेन्नई में अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर एक विशेष प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान यह बात कही। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे और तमिलनाडु सरकार के पर्यावरण मंत्री, श्री शिवा वी. मेयनाथन के साथ श्री भूपेंद्र यादव ने एक विशेष स्मारक पोस्टल कवर और 'इंडिया नेचुरल' नामक पुस्तक का विमोचन किया और भारत जैव विविधता पुरस्कार-2021 भी प्रदान किए।
श्री भूपेंद्र यादव ने अपने भाषण में लोगों से जैव विविधता के संरक्षण और सुरक्षा के मुद्दों पर युवाओं को संवेदनशील बनाने की दिशा में काम करने का संकल्प लेने की अपील की। उन्होंने कहा, "जैव विविधता हमें ऐसी वस्तुएं और सेवाएं प्रदान करती है जो दुनिया की प्राकृतिक जीवन संरचना उपलब्ध कराती हैं और यह एक अच्छी वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए आवश्यक हैं। ऐसा अनुमान है कि विश्व की लगभग 40 प्रतिशत अर्थव्यवस्था जैविक उत्पादों या प्रक्रियाओं पर आधारित है। जैव विविधता के संरक्षण और संवर्धन का कोई भी प्रयास तभी सफल हो सकता है जब हम ग्लोबल वार्मिंग की चुनौती से निपटें। ग्लोबल वार्मिंग को तत्काल नियंत्रण में लाना होगा।”